आआपा दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी वोट बनवा रही हैः विजेंद्र गुप्ता
नई दिल्ली, 29 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता विजेंद्र गुप्ता ने आज दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (आआपा) दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी वोट बना रही है। उन्होंने कहा कि आआपा सरकार दिल्ली में सुरक्षा की बात करती है लेकिन खुद ही अपराध को बढ़ावा देती है।
विजेंद्र गुप्ता ने यहां एक बयान में कहा कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को आम आदमी पार्टी (आआपा) का पूरा समर्थन है, जिसके कारण कई स्थानों पर अराजकता और अतिक्रमण होता है। रोहिंग्याओं की पहचान करने और उनके निर्वासन की मांग के लिए सदन में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा शीश महल पर चर्चा करना चाहती हैं। ये पूछना चाहती है कि कैसे दिल्ली सरकार सिर्फ एक महीने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये मांग रही है। इसका मतलब है कि सरकार पूरी तरह से दिवालिया हो गई है। भाजपा विधानसभा में सीएजी रिपोर्ट चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि हमने हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस से जल्द सुनवाई की अपील की थी, क्योंकि यह आखिरी सत्र है और अब रिपोर्ट जारी करना जरूरी है। आआपा दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी वोट बनवा रही है और उन्हें शरण दे रही है। दिल्ली में अपराध का बड़ा कारण रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आआपा मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। आआपा महिला सुरक्षा की बात करती है लेकिन अपराधी को आश्रय देने वाले मुख्यमंत्री के इशारे पर सांसद स्वाति मालीवाल की पिटाई की गई। निर्भया के लिए बजट इतना ज्यादा रखा और महिला सुरक्षा पर एक पैसा भी खर्च नहीं किया।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण ज्यादा होने से आपातकाल लग गया है, फिर भी आम आदमी पार्टी इस पर बात नहीं करेगी। हम ये सारे मुद्दे उठाएंगे। हमारी मांग है कि दिल्ली में सभी रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालने के लिए एनआरसी लागू किया जाए।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।