पर्यावरण संतुलन के लिये अपने व्यवहार में परिवर्तन लायें - डॉ के. सुब्रह्मण्यम्
रायपुर, 5 जून (हि.स.)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा आज बुधवार को न्यू कन्वेन्शन हॉल नवीन विश्राम गृह, सिविल लाईन, रायपुर में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इन प्रतियोगिताओं का विषय ’’जलवायु परिवर्तन सदी की सबसे बड़ी चुनौती’’ रखा गया। पोस्टर प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए डॉ के. सुब्रह्मण्यम्, सदस्य राज्य योजना आयोग ने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिये हमें अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाना होगा।
हमारा जीवन जितना सरल होगा, हमारी आदतें व व्यवहार जितना कम भौतिकवादी होगा, उतना ही हम पर्यावरण को सुरक्षित रख पायेंगे। डॉ सुब्रह्मण्यम् ने पर्यावरण संरक्षण के लिये स्कूली बच्चों को आगे आ कर इस अभियान में शामिल होने का आह्वान किया।
मण्डल द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता चार आयु वर्ग में रखी गई थी। प्रथम वर्ग 12 वर्ष तक, द्वितीय वर्ग 13 से 17 वर्ष, तृतीय वर्ग 18 से 21 वर्ष एवं चतुर्थ वर्ग दिव्यांग जन में आयोजित की गई। प्रदेश स्तरीय आयोजित इन प्रतियोगिताओं में लगभग चार सौ पचास स्कूली व महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
पोस्टर प्रतियोगिता - 12 वर्ष तक आयु वर्ग में प्रथम - कु. नेहा कोसले, द्वितीय - कु. कीर्ति कमार, तृतीय - प्रियांशु साहू, आयु वर्ग 13 से 17 वर्ष तक प्रथम - ललित नायक, द्वितीय - आदित्य चौरसिया, तृतीय - कु. भारती यादव, आयु वर्ग 18 से 21 तक प्रथम - कु. आंचल चौरसिया, द्वितीय - रितिक पहारिया, तृतीय - आलोक पटेला, इसी क्रम में पोस्टर प्रतियोगिता हेतु दिव्यांग श्रेणी से - प्रथम - कु. आसिया बानो, द्वितीय - गौकरण पटेल एवं तृतीय - गिरिजा शंकर साहू रहे। प्रतिभागियों को आकर्षक नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर उद्योग प्रतिनिधि, छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण के अधिकारी व बडी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ गायत्री प्रसाद/केशव
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