प्रधानमंत्री ने कका नहीं छत्तीसगढ़ की जनता का मखौल उड़ाया
रायपुर, 2 नवंबर (हि.स.)। राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने गुरुवार को पत्रकरों से चर्चा करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभा में कांग्रेस एवं भूपेश से इतना डरे हुये हैं कि 45 मिनट में 54 बार कांग्रेस का नाम लिये।
प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर से सार्वजनिक झूठ बोलकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराया। मोदी ने अपने भाषण में सिर्फ झूठ और झूठ ही बोला। जिस राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनने की कोई संभावना नहीं वहां पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण में लोगों को आमंत्रित करना इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री मुंगेरी लाल के सपने भी देखते हैं। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की जनता के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश को प्यार से दिये गये कका संबोधन का मखौल उड़ाकर छत्तीसगढ़ का अपमान किया है।
प्रधानमंत्री ने सफेद झूठ बोला कि धान खरीद केंद्र सरकार करती है। मोदी बतायें यदि धान खरीद केंद्र करती है तो धान खरीद के लिये कितने का बजट प्रावधान किया था? कितना पैसा कब किसानों के खाते में डाला? किस संस्था के माध्यम से केंद्र ने धान खरीद की? धान खरीद छत्तीसगढ़ सरकार अपने दम पर करती है। केंद्र का इसमें कोई योगदान नहीं है। प्रधानमंत्री बतायें देश के किन भाजपा शासित राज्यों में केंद्र सरकार धान खरीदती है?
यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश में धान 1200 रुपये से 1400 रुपये में क्यों बिकता है? प्रधानमंत्री धान नहीं खरीदते धान खरीदने पर भूपेश सरकार को धमकाते है। छत्तीसगढ़ में धान खरीद रोकने भाजपा चुनाव आयोग में शिकायत करती है। केंद्र सरकार राज्य में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीद न हो इसलिये चावल लेने का केंद्रीय कोटा घटाकर 86 से 61 लाख मीट्रिक टन करते हैं।
प्रधानमंत्री खुद अडानी के भ्रष्टाचार के संरक्षक हैं। देश की सारी संपदा अडानी को देने पर तुले हैं। वो देश की सबसे इमानदार सरकार पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगा गये। प्रधानमंत्री सोचते है कि उनके गलत बयानी से राज्य सरकार को बदनाम कर लेंगे तो मुगालते में है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह नहीं बताया कि नगरनार के विनिवेशीकरण की प्रक्रिया को बंद क्यों नहीं कर रहे? नगरनार को नहीं बेचने का आदेश कहां पर है? चुनाव के बाद नगरनार का मालिक अडानी बनेगा यह प्रधानमंत्री ने सुनिश्चित किया है। दीपम की साइड में आज भी नगरनार इस्पात संयंत्र का नाम विनिवेशीकरण वाले संयंत्रों की सूची में है।
अडानी के कोयले के परिवहन के लिये छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली हजारो ट्रेने अचानक निरस्त किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के संसाधन, छत्तीसगढ़ के स्टील और सीमेंट कारखाने, छत्तीसगढ़ के पावर प्लांट, छत्तीसगढ़ का कोयला, आयरन ओर बाक्साइट, टीन की खदाने मित्र अडानी को सौंपने तुले हैं।
पत्रकारवार्ता में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, प्रवक्ता मणी वैष्णव, सत्यप्रकाश सिंह, ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल
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