धमतरी : कबीर की वाणी को हमें संविधान में ढूंढना है : शंकर दादा
ग्राम करगा में हुआ सदगुरु कबीर जयंती समारोह
धमतरी, 23 जून (हि. स.)। सदगुरु कबीर साहेब का प्रभाव पूरे भारतवर्ष में था। उनके मानवतावादी विचार लोगों को प्रभावित कर रहे थे। उन्होंने अंधविश्वास, मूर्ति पूजा, रूढ़िवाद और धर्म आडंबर के विरुद्ध वैचारिक क्रांति कर दी थी। उनके विचारों को, वाणी को आज संविधान में ढूंढने की आवश्यकता है।
उपरोक्त बातें भारतीय मूल निवासी समाज के तत्वावधान में 23 जून को ग्राम करगा में आयोजित सदगुरु कबीर जयंती समारोह के अवसर पर मुख्य प्रवक्ता एवं संयोजक पंडित शंकर दादा ने कही।
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान ही हमारे पुरखों का वसीयतनामा है, जिसमें मूल निवासी समाज का हक अधिकार संरक्षित है। जयंती समारोह में सर्वप्रथम कबीर दास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर चौका आरती गाई गई। तत्पश्चात डाॅ. देवचरण साहू और ग्राम करगा के ग्रामीणों द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार द्वय बसंत ध्रुव कुरूद और भुनेश्वर साहू अंवरी का संविधान की प्रस्तावना भेंट कर सम्मानित किए गए। साहू की अनुपस्थिति पर उनके सुपुत्र थानेश्वर साहू ने यह सम्मान प्राप्त किया। उपस्थित लोगों ने संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक रूप से पठन कर संविधान के संरक्षण और सामाजिक परिवर्तन का संकल्प लिया। समारोह के अतिथि और वक्ता टिकेंद्र बघेल ने कहा कि आज हमें देश, समाज और धरती के दुश्मनों को पहचानने की जरूरत है. किसने मूल निवासी समाज को हजारों टुकड़ों में बांटा है.हमारी दुर्दशा का कारण क्या है। कबीर दास जी के विचारों को किस तरह रोका गया, आज इस पर हमें विचार करने की जरूरत है।
जयंती समारोह को दिनेश्वर बंजारे, भूपेंद्र साहू, गजेंद्र टंडन, पार्वती साहू, ममता टंडन, उत्तम ढीढ़ी ने भी संबोधित किया। समारोह को सफल बनाने में सामाजिक कार्यकर्ता रूपेंद्र बघेल और डा रमेश भतपहरी का योगदान सराहनीय रहा। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सेवक साहू, मालती साहू, मूलचंद साहू, कांति साहू, निर्मला साहू, फगनी साहू, विष्णु साहू, शेखर साहू, हीमंत साहू सहित अनेक लोग उपस्थित थे। समारोह का संचालन एवं आभार प्रकट भारतीय मूल निवासी समाज के संयोजक सदस्य डाॅ. देवचरण साहू ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/रोशन
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।