बीजापुर : नक्सली कब्जे में रहे ग्राम पालनार में 20 वर्ष बाद हुआ मतदान
बीजापुर, 19 अप्रैल (हि.स.)। नक्सलियों के कब्जे में रहे ग्राम पालनार में 20 वर्ष बाद बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए आज शुक्रवार को मतदान हुआ। कल तक यहां पर लाल आतंक का पहरा था, उसी पालनार गांव में लाल आतंक को दरकिनार कर लोग मतदान करने के लिए पहुंचे। मतदान करने पहुंचे ग्रामीण मतदाताओं ने बताया कि मतदान कर हमें बहुत ख़ुशी हो रही है। उन्होंने बताया कि 20 वर्ष से यह गांव वीरान पड़ा था, कैम्प खुलने के बाद यहां पहली बार मतदान हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि कई लोग विस्थापित होकर दूसरे गांवों में बसे हैं। यहां गांव में मतदान केंद्र की जानकारी मिली तो वे भी किराये के ऑटो, पिकअप व अन्य वाहनों से लगभग 30 किमी दूर से मतदान करने पहुंचे थे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2005 को शुरू हुए सलवा जुडूम के बाद बस्तर में कई गांव खाली हो गए थे। नक्सलियों ने ऐसा कहर बरपाया कि ग्रामीणों को अपनी सम्पति, मवेशी, ज़मीन-जायदाद सबकुछ छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा था। ग्राम पालनार के भी ग्रामीण शहर के आस-पास के इलाकों या कैम्पों में रहने लगे। नक्सलियों के खौफ के कारण गांव वापस नहीं आए, लेकिन अब दो दशक बाद जब गांव में सुरक्षा बलों का कैम्प खुला तो ग्रामीणों की आस फिर से जाग गई। इस लोकसभा चुनाव में पहली बार इस पालनार गांव में मतदान केंद्र बनाकर मतदान करवाने का प्रशासन ने निर्णय लिया, उनका निर्णय सफल भी हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे
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