विहंगम योग वास्तव में योग का सत्य मार्ग है- विज्ञानदेव महाराज
धमतरी, 28 जुलाई (हि.स.)। विहंगम योग संत समाज की स्थापना का शताब्दी समारोह महोत्सव एवं 25000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के निमित्त कन्याकुमारी से कश्मीर तक राष्ट्रव्यापी संकल्प यात्रा के अवसर पर स्वर्वेद कथामृत के प्रवर्तक सद्गुरु उत्तराधिकारी संत प्रवर विज्ञानदेव महाराज का पदार्पण 28 जुलाई को धमतरी में हुआ। उनके आगमन पर अनुयायियों ने शहर में शोभायात्रा निकाली।
शोभायात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल हुए। हरदिहा साहू समाज भवन रत्नाबांधा रोड धमतरी में उनका उदबोधन हुआ। गुरुदेव ने विहंगम योग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि विहंगम योग अद्वितीय है, दुर्लभ है। विहंगम योग वास्तव में योग का सत्य मार्ग है। योग कहते हैं-आत्मा एवं परमात्मा के मिलन को। विहंगम योग सनातन वैदिक मार्ग है। यह प्रत्यक्ष अनुभव का मार्ग है। विहंगम योग के द्वारा मानव जीवन के पुरुषार्थ चतुष्टय धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष की प्राप्ति होती है। विहंगम योग की साधना पद्धति विश्व में सर्वोत्कृष्ट है। साधना पद्धति के मात्र 15 मिनट के नियमित अभ्यास से जुड़कर आज विश्व के लाखों व्यक्ति अपना सर्वांगीण विकास कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / गायत्री प्रसाद धीवर
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