धर्मांतरित महिला के शव को दफ़नाने को लेकर आदिवासी समाज ने 12 मई से प्रदर्शन की दी चेतावनी

धर्मांतरित महिला के शव को दफ़नाने को लेकर आदिवासी समाज ने 12 मई से प्रदर्शन की दी चेतावनी
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धर्मांतरित महिला के शव को दफ़नाने को लेकर आदिवासी समाज ने 12 मई से प्रदर्शन की दी चेतावनी


कांकेर, 11 मई (हि.स.)। जिले के पखांजूर क्षेत्र के मरोड़ा गांव में धर्मांतरित इसाई महिला के शव को दफ़नाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ग्रामीणों का कहना कि 20 साल पहले महिला द्वारा हिन्दू धर्म त्यागकर इसाई धर्म अपना लिया था और जब 07 मई को उसकी मृत्यु हो गयी तब उसके परिजनों ने गांव वालों को जानकारी दिए बिना चोरी-छुपी से शव को इसाई धर्म के रीति-रिवाज अनुसार गांव में ही दफना दिया।

इस मामले को लेकर अब आदिवासी समाज ने मोर्चा खोलते हुए शव को कहीं और ले जाने की मांग के साथ बांदे थाना और एसडीएम कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपाकर आदिवासी समाज ने कहा है कि मांग पूरी ना होने पर 12 मई से सड़क जाम और धरना प्रदर्शन की चेतावनी दिया है।

सरपंच लक्ष्मण मंडावी ने बताया कि मुझे फोन के माध्यम से ग्रामीणों द्वारा सूचना दिया गया है। मैने एसडीएम को आपसी सामंजस्य बनाने को कहा है। आदिवासी समाज की मांगों को उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाया है। मृत व्यक्ति ईसाई धर्म अपना चुका है, जिसका विरोध ग्रामीण कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे

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