आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम को सफल बनाने मिशन मोड पर समन्वित प्रयास करना होगा : नीलेश महादेव क्षीरसागर
कांकेर, 5 जुलाई (हि.स.)। नीति आयोग भारत सरकार के निर्देशानुसार जिले के कोयलीबेड़ा और दुर्गूकोंदल विकासखण्ड का चयन आकांक्षी ब्लॉक (एस्पिरेशनल ब्लॉक) के तौर पर हुआ है। इसके तहत आज शुक्रवार से प्रारम्भ हो रहे ‘सम्पूर्णता अभियान‘ के एमओयू (द्विपक्षीय समझौता) पर जिले के कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीरसागर ने हस्ताक्षर किए। साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर अभियान के उद्देश्य एवं विकासखण्ड स्तर पर क्रियान्वयन की जानकारी दी। यह अभियान तीन महीने यानी 30 सितम्बर तक चलेगा, जिसके अंतर्गत आकांक्षी विकासखण्ड कोयलीबेड़ा एवं दुर्गूकोंदल में शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, कृषि क्षेत्र एवं अन्य निर्धारित इंडिकेटर पर कार्य करने के संबंध में आज बैठक में चर्चा हुई।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज शुक्रवार सुबह 11 बजे आयोजित बैठक में कलेक्टर क्षीरसागर ने कहा कि आकांक्षी जिले की तर्ज पर आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम चलाया जा रहा है जो केन्द्र शासन का अभियान है। इसके तहत कम विकसित ब्लॉकों का चयन कर उनका त्वरित एवं प्रभावी ढंग से योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाना है, जिसके लिए जिले के कोयलीबेड़ा और दुर्गूकोंदल विकासखण्ड का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए निर्धारित 07 इंडिकेटर के अलावा अन्य क्षेत्रों में व्यापक कार्य करना है जिससे आमजनता तक सभी समेकित सेवाओं का लाभ पहुंचाना है। कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग अपनी विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से करके सभी के समन्वित प्रयासों से आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा।
जिला पंचायत के सीईओ सुमित अग्रवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत जिले के कम विकसित ब्लॉकों के बेहतर विकास के लिए कार्य किया जाना है। इसके लिए संपूर्णता अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान में शासकीय विभागों के साथ-साथ सहयोगी संगठनों की भी सहभागिता आवश्यक है। इस दौरान टीआरआई के प्रतिनिधियों ने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के उद्देश्यों व कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक के उपरांत कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों ने एस्पिरेशनल ब्लॉक के सम्पूर्णता अभियान पर अपना अभिमत अंकित कर हस्ताक्षर किए और सेल्फी भी ली। इसके पहले, कलेक्टर क्षीरसागर ने सभी उपस्थित अधिकारियों एवं सहयोगी संगठन टीआरआई के प्रतिनिधियों को सभी इंडीकेटरों को संतृप्त करने और आकांक्षी ब्लॉकों को स्वस्थ, समृद्ध और समर्थ बनाने की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी एवं सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आकांक्षी जिला कार्यक्रम की शुरुआत देश के 112 अविकसित एवं पिछड़े जिलों के प्रभावी ढंग से विकास के उद्देश्य से किया गया था।आकांक्षी ब्लॉकों में गर्भवती महिलाओं को समय पर प्रसव-पूर्व देखभाल और पूरक पोषण, सभी बच्चों का पूर्ण टीकाकरण, हर व्यक्ति की मधुमेह और उच्च रक्तचाप की नियमित जांच, मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण स्वसहायता समूहों को रिवॉल्विंग फंड्स प्रदाय करना और स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जाना है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, कृषि और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निर्धारित संकेतकों पर कार्य करते हुए उन जिलों के आम नागरिकों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन लाना था। इसी तर्ज पर वर्ष 2023 में आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की शुरुआत की गई, जिसके तहत देश भर के 500 ब्लॉकों को शामिल किया गया है। उक्त दोनों कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय समुदायों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव एवं गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदाय करना है। सम्पूर्णता अभियान के माध्यम से इन्हीं लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्यों को अंजाम दिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे
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