सरगी व कुकरीनाला-मोहेरा में शिक्षक की समस्या, स्कूल में ताला जड़ने की चेतावनी
धमतरी, 25 जुलाई (हि.स.)। पिछले कई सालों से शिक्षक समस्या से जूझ रहे ग्रामीण व पालक कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर शीघ्र स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना करने की मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने तीन अगस्त को स्कूल में ताला जड़ने की चेतावनी दी है, क्योंकि शासन-प्रशासन विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है।
शाला प्रबंधन एवं विकास समिति अध्यक्ष गैंदलाल सिन्हा, पुष्पलता, जगेश्वर राम, सावित्री बाई, मुरारी राम, मनोज कुमार, दुलेश्वरी, कोमल राम, दिलीप कुमार समेत सरगी के ग्रामीण 25 जुलाई को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला सरगी में शिक्षकों की समस्या पिछले कई सालों से है। यहां कक्षा पहली से पांचवीं तक कुल 68 विद्यार्थी है। इन पढ़ाने के लिए सिर्फ दो ही शिक्षक है, जिसमें से एक प्रधानपाठक है। पिछले वर्ष यहां शिक्षकों की कमी को देखते हुए दो शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी, जो वर्तमान में मूलत: अपने स्कूल में चले गए है। इससे स्कूल में पुन: शिक्षकों की कमी शुरू हो गई है। पर्याप्त शिक्षक नहीं होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित है। ऐसे में ग्रामीण व पालकों ने शासन-प्रशासन से इस स्कूल में शीघ्र शिक्षकों की स्थायी पदस्थापना करने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस स्कूल में शिक्षकों की कमी न हो, लेकिन ग्रामीणों की मांग को शासन-प्रशासन गंभीरता से न लेकर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप पालकों ने लगाया है। सरगी के ग्रामीण व पालकों ने शासन-प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि तीन अगस्त तक यदि सरगी स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना नहीं की गई, तो ग्रामीण स्कूल में ताला जड़ने के लिए मजबूर होंगे।
कुकरीनाला-मोहेरा में भी शिक्षकों की बड़ी समस्या
मगरलोड ब्लाक के ग्राम कुकरीनाला-मोहेरा के ग्रामीण पिछले दिनों शिक्षकों की समस्या लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे। ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर शिकायत करते हुए बताया था कि शासकीय प्राथमिक शाला कुकरीनाला मोहेरा में 61 विद्यार्थी अध्ययनरत है। इन विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए वर्तमान में सिर्फ एक दिव्यांग शिक्षक है। यहां कक्षा पहली से पांचवीं तक स्कूल संचालित है, ऐसे में एक दिव्यांग शिक्षक के भरोसे पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित है। एक साथ पांच कक्षाओं को कैसे पढ़ाएंगे, यह बड़ी समस्या बनी हुई है। इसी तरह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहेरा में भी शिक्षकों की कमी बनी हुई है। यहां कक्षा नवमीं से 12वीं तक स्कूल संचालित है। स्कूल में 120 विद्यार्थी अध्ययनरत है। इन विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए विषयवार शिक्षक नहीं है, ऐसे में पढ़ाई प्रभावित है। शिक्षकों की समस्या के चलते यहां पिछले चार पांच सालों से रिजल्ट संतोषप्रद नहीं आ रहा है, इससे पालक व विद्यार्थी परेशान है। यहां शिक्षकों की कमी से बच्चों के भविष्य खराब होने लगा है। स्कूल में संस्कृत, हिंदी, भूगोल, भौतिकी, गणित और वाणिज्य शिक्षकों की कमी है। ग्रामीणों ने प्राथमिक शाला स्कूल कुकरीनाला और मोहेरा स्कूल में शीघ्र शिक्षकों की पदस्थापना करने की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / गायत्री प्रसाद धीवर
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