शिक्षक ज्ञान और बुद्धि के स्राेत हैं : जीआर मरकाम
जिले के 1490 स्कूलों में शिक्षक दिवस पर आयोजित किए गए कार्यक्रम
धमतरी, 5 सितंबर (हि.स.)। पूर्व राष्ट्रपति और प्रख्यात शिक्षाविद् भारत रत्न डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर आज देश, प्रदेश सहित जिले में भी शिक्षक दिवस गरिमामय एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिले के 1490 स्कूलों में विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों का सम्मान किया गया और अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके साथ ही जिले में अनोखी पहल भी की जा रही है, जिसमें बड़ी कक्षाओं के बच्चों द्वारा अपने से छोटी कक्षाओं के बच्चों को बाल शिक्षक के तौर पर अध्यापन कराया जा रहा है। इससे उनके व्यक्तित्व का विकास तो होगा ही, इसके साथ ही पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से समझने एवं भविष्य में अच्छे शिक्षक बनने का अवसर प्राप्त हो सकेगा।
शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिलास्तरीय अधिकारी भी शामिल हुए। हायर सेकेण्डरी स्कूल रूद्री में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपर कलेक्टर जीआर मरकाम ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रख्यात शिक्षाविद् डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी से सभी बच्चे को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों में सहभागिता दर्ज कर व्यक्तित्व विकास करने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। साथ ही उनका हौसला अफजाई करते हुए निरंतर कठिन परिश्रम कर लक्ष्य को प्राप्त करने अपनी शुभकामनाएं दीं। शिक्षक राष्ट्र के निर्माता हैं, वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदाय करने और उनका निरंतर मार्गदर्शन करने में सहायता करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक ज्ञान और बुद्धि के स्त्रोत हैं, वे बच्चों के उज्जवल भविष्य संवारने में उन्हें प्रोत्साहित करते हैं। सेजस बठेना स्कूल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीईओ टीआर जगदल्ले ने कहा कि किसी स्कूल में एक शिक्षक भी बहुत अच्छे हैं तो पूरे स्कूल का शैक्षणिक स्तर अच्छा हो जाता है। उन्होंने बच्चों का आह्वान करते हुए कहा कि आपकी इच्छा शक्ति दृढ़ होनी चाहिए और मेहनत खूब करनी चाहिए। आपको निश्चित ही अच्छा परिणाम मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।