लोहारीडीह हिंसा के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप
रायपुर, 24 सितंबर (हि.स.)।छत्तीसगढ़ के कवर्धा(कबीरधाम)जिले के लोहारीडीह में हुई आगजनी और हिंसा के मामले में जेल में बंद आरोपितों से मुलाकात के बाद ,राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने आज मंगलवार गंभीर आरोप लगाए हैं।उन्होंने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, हाईकोर्ट के न्यायाधीश, मानवाधिकार आयोग, राज्यपाल को पत्र लिखकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव सहित पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
जेल में बंद आरोपितों से मुलाकात के बाद राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने आरोप लगाया है कि जेल में बंद महिलाओं को निर्वस्त्र करके पीटा गया।महिलाओं के संवेदनशील अंगों पर चोट के निशान हैं।नायक ने पत्रकारों को जानकारी दी कि उन्होंने जेल में बंद तैतीस महिलाओं से बात की।महिलाओं को दुर्ग के महिला बंदिनी गृह में बंद किया गया है। इनमें से 32 महिलाओं के शरीर में गंभीर चोटे हैं।उन्होंने बताया कि मेरे साथ तहसीलदार के साथ सरकारी वकील और एक डॉक्टर थीं।हमने उनके शरीर की जांच की,उनकी चोटों के बारे में लिखा। मैं खुद फोरेंसिक एक्सपर्ट भी हूं।
नायक ने कहा कि मैंने दो दिनों में यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें जांच रिपोर्ट और चोटों की डिटेल भी भेजी है। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, हाईकोर्ट के न्यायाधीश, मानवाधिकार आयोग और गर्वनर को मेल किया है।मुझे उम्मीद है कि कहीं न कहीं से एक्शन जल्द शुरू होगा। हमने महिलाओं की चोटों का मुलाहिजा और वीडियोग्राफी के लिए लिखा है।उस समय की ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की चोटिल बंदी महिलाओं के सामने परेड करने के लिए भी लिखा है। महिलाओं के साथ थर्ड डिग्री से ज्यादा क्रूरता की गई है। ऐसे ही एक मारपीट से प्रशांत साहू की मौत हुई है।उन्होंने आरोप लगाया कि वह महिलाओं के बयान की वीडियोग्राफी भी करना चाहती थीं, लेकिन पुलिस ने मोबाइल नहीं ले जाने दिया।
उन्होंने कहा कि इन पुलिसकर्मियों और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के ऊपर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए। उनके सरकारी और पर्सनल मोबाइल जब्त किए जाएं. मोबाइल लोकेशन ट्रेस की जाए कि ताकि पता चल सके कि वे घटनास्थल पर थे या नहीं। महिलाओं के सिर, जांघ, पीठ, आंखों पर चोट के साथ डंडे के निशान हैं। हिप पार्ट, घुटने और पिंडलियों के पीछे के हिस्से सहित की जगह गंभीर चोटों के निशान हैं।महिलाएं अनपढ़ हैं।वे अपने नाती पोतों के साथ सो रही थीं, उन्हें पुलिस बिना सर्च वारंट के उठाकर ले गई। किरणमयी नायक का कहना है कि वह पूरे साक्ष्य के साथ यह आरोप लगा रही हैं।
ज्ञात हो कि 15 सितंबर को कवर्धा के लोहारीडीह में समाज के एक व्यक्ति की हत्या से नाराज उप सरपंच रघुनाथ साहू के घर गांववाले इकट्ठे हुए और उसके घर में आग लगा दी। इस अग्निकांड उप सरपंच जिंदा जल गए।घटना स्थल पर भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसमें एसपी सहित कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। इधर, इस अग्निकांड को लेकर पुलिस ने आगजनी के आरोपित प्रशांत साहू की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई, इसके बाद से हंगामा मचा हुआ है।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए है और उन्होंने तत्काल प्रभाव से कलेक्टर और एसपी को हटा दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा
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