जगदलपुर : दिव्यांग व 85 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं के घर पहुंचा मतदान दल
दिव्यांग एवं वयोवृद्ध मतदाताओं ने डाक मतपत्र के जरिये घर पर किया अपने मताधिकार का उपयोग
जगदलपुर, 08 अप्रैल (हि.स.)। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा निर्वाचन के तहत मतदान केंद्रों तक पहुंच पाने में असमर्थ दिव्यांग मतदाताओं सहित 85 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र के माध्यम से घर पर ही मतदान करने की व्यवस्था की गई है। जिसके तहत सोमवार को जिले में ऐसे दिव्यांग मतदाताओं के साथ ही 85 वर्ष से अधिक उम्र के वयोवृद्ध मतदाताओं ने डाक मतपत्र के जरिये अपने मताधिकार का उपयोग किया और अन्य मतदाताओं को भी अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरक सन्देश दिया। इन दिव्यांग मतदाताओं तथा 85 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं से मतदान कराये जाने के लिए मतदान दल उनके घर पहुंची तो परिजनों के साथ पड़ौसी भी लोकतांत्रिक प्रणाली के इस निर्वाचन पर्व की बेहतर व्यवस्था को सराहनीय पहल निरूपित किया।
विधानसभा क्षेत्र जगदलपुर के अंतर्गत जगदलपुर शहर के भैरमदेव वार्ड निवासी 88 वर्षीया बुजुर्ग महिला मतदाता कुसमदेवी रावल ने उम्रदराज होने और चलने-फिरने की दिक्कत के बावजूद डाक मतपत्र से मतदान कर अन्य मतदाताओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई। इसी तरह हाउसिंग बोर्ड कालोनी बोधघाट निवासी 86 वर्षीया वयोवृद्ध महिला मतदाता उषा खेडुलकर ने भी डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान करने के लिए उत्साह दिखाया, उन्होंने मतदान के पहले पूछकर न केवल निर्धारित फार्म में हस्ताक्षर किया बल्कि पंजी में हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया को भी इत्मीनान से पूरा किया। वहीं बस्तर विधानसभा क्षेत्र के पाली चकवा निवासी 87 वर्षीया इंदुमती पांडे ने भी घर में डाक मतपत्र के द्वारा अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसके साथ ही चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र के 86 वर्षीया बुजुर्ग मतदाता सोनमती बघेल ने भी घर पर ही डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान कर ग्रामीण ईलाके के बुजुर्ग मतदाताओं के लिए प्रेरक बन गई।
लोकतंत्र के इस पावन निर्वाचन पर्व में दिव्यांग मतदाताओं ने भी सहभागिता निभाकर अपनी सक्षमता साबित करने सहित अन्य मतदाताओं को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। जगदलपुर शहर के पंडित सुंदरलाल शर्मा वार्ड के 40 वर्षीय दिव्यांग मतदाता सीएच विजयमूर्ति ने परिजनों के सहयोग से डाक मतपत्र के द्वारा मतदान किया। वहीं शांति नगर वार्ड की 28 वर्षीया युवा दिव्यांग मतदाता खुशबू जॉनसन ने दोनों हाथों से नि:शक्त होने के बावजूद स्वयं निर्धारित फार्म और पंजी में हस्ताक्षर कर अपने मताधिकार का उपयोग किया। खुशबू ने घर पर ही मतदान करने के बाद निर्वाचन आयोग की इस अनूठी पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस व्यवस्था से अनेक दिव्यांग तथा बुजुर्ग मतदाताओं को घर बैठे मतदान करने की सुविधा होगी और उन्हें अपने जनप्रतिनिधि चुनने का अवसर मिलेगा। इस दौरान खुशबू ने सभी मतदाताओं को मतदान में व्यापक सहभागिता निभाने का आग्रह भी किया।
सोमवार को जिले के बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र के कुल 37 दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। वहीं बस्तर जिले में आंशिक तौर पर समाहित नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र के चिह्नित ऐसे वर्ग के 04 मतदाताओं ने डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान में सहभागिता निभाया। इन मतदाताओं से घर पर ही मतदान करने की सहमति ली गई थी और उन्हें डाक मतपत्र से मतदान करने हेतु निर्धारित कार्यक्रम की जानकारी समय पूर्व दी गई थी।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।