पटवारियों का प्रदर्शन 32 सूत्रीय मांगों को लेकर जारी
धमतरी, 9 जुलाई (हि.स.)। राजस्व पटवारी संघ की 32 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल नौ जुलाई को भी जारी रही। पटवारियों ने मंच से जमकर शासन विरोधी नारे लगाए। संघ के सदस्यों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, कार्यालय में नहीं लौटेंगे। धमतरी जिले के चारों ब्लाक में ब्लाक स्तरीय धरना दिया जा रहा है।
राज्य व्यापी आंदोलन के आह्वान पर गांधी मैदान में जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन के साथ राजस्व पटवारी संघ के अध्यक्ष विकास साहू ने बताया कि पटवारी संघ अपनी 32 सूत्रीय मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहा है, लेकिन अब तक शासन-प्रशासन स्तर पर इसका कोई निराकरण नहीं किया जा रहा है। आनलाइन कार्य करने के लिए भी कोई सुविधा कंप्यूटर, लैपटाप, प्रिंटर, स्कैनर, इंटरनेट आदि उपलब्ध नहीं कराया गया है। संघ के प्रवीण टिकारिहा, प्रकाश साहू, योगेन्द्र साहू ने कहा कि आज पटवारी अपने संसाधन से आनलाइन का कार्य करते हैं जो कि पटवारियों पर अतिरिक्त व्यय भार है, इसलिए पटवारियों को आवश्यक संसाधन एवं नेट भत्ता उपलब्ध कराया जाए।
धरना स्थल में इन्द्रजीत सिन्हा, प्रकाश कोरेटी, संतोष शांडिल्य, बोधनारायण साहू, भावना घोरपडे़, विमला साहू, बबीता साहू, फातिमा अली, नम्रता शर्मा, शिव कुमार साहू, ममता सिन्हा, पारस चंद्राकर, नागेश्वर साहू, प्रमोद मिश्रा, प्रकाश साहू, योगेन्द्र साहू, प्रवीण टिकरिहा, विकास साहू, इंद्रजीत सिन्हा, प्रकाश कोरेटी, संतोष शांडिल्य, बोधनारायण साहू, खिलेन्द्र पटेल, डामीलता नागेशिया, कौशल कुंजाम, किशोर कुंभज, बीपी बंजारे, ऋषिकुमार गंगलेले, गोलू साहू, प्रेमलाल साहू, विरेन्द्र कुंजाम, भावना घोरपड़े, विमला साहू, बबीता साहू, फातिमा अली, नम्रता शर्मा, ममता सिन्हा, कुसुमलता रामटेके मौजूद रहे।
निरीक्षक आईडी से अनुमोदन नहीं होने के कारण कार्य होता है विलंब
संघ के प्रमोद मिश्रा, सीताराम सिन्हा, तुलसीराम राम साहू, विनोद पटेल ने कहा कि आनलाइन नक्शा बटांकन, संशोधन पहले पटवारी आईडी में संशोधित कर राजस्व निरीक्षक आईडी में भेजा जाता है। जब तक राजस्व निरीक्षक आईडी से अनुमोदन नहीं होता, तब तक उसी नक्शे से संबंधित अन्य बटांकन या संशोधन नहीं किया जा सकता। जिसके कारण अनावश्यक विलंब होता है। जिला स्तर पर सहायक प्रोग्रामरों की पदस्थापना की जाए। अभी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए प्रोग्रामरों के निर्देशन की आवश्यकता पड़ती है। बार-बार रायपुर बुलाया जाता है जो कि व्यवहारिक नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / केशव केदारनाथ शर्मा
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