कोइलीबेड़ा ब्लॉक के धान खरीदी प्रभारियों ने जल्द धान उठाव हेतु सौंपा ज्ञापन
कांकेर, 20 फरवरी(हि.स.)। जिले के धान खरीद केंद्रों में उठाव नहीं होने से कोइलीबेड़ा ब्लॉक के खरीद प्रभारियों ने जल्द धान उठाव की मांग को लेकर सोमवार की देर शाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। खरीद प्रभारियों ने बताया कि जिले के कोइलीबेड़ा ब्लॉक में अब तक सिर्फ 30 प्रतिशत धान का उठाव हुआ है। जिले के परलकोट के धान खरीद प्रभारियों ने उठाव को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया है। खरीद प्रभारियों का कहना है कि कांकेर जिले के कोइलीबेड़ा ब्लॉक को छोडक़र सभी ब्लॉकों में धान का उठाव करीब 90 प्रतिशत उठाव हो चुका है।
कोइलीबेड़ा ब्लॉक के लैंप्स प्रबंधक सुभाष विश्वास ने बताया कि 01 नवंबर से 31 जनवरी तक धान खरीद की गई है, लेकिन उठाव सिर्फ 15 से 20 प्रतिशत ही हुआ है। कहीं-कहीं 90 प्रतिशत तक उठाव हो चुका है। उन्होने बताया कि इस भेदभाव को लेकर कलेक्टर, डीएमओ से मिलने आए थे। जो भी मिला उनसे चर्चा की गई तो बताया गया कि यह हमारे हाथ में नहीं है। केंद्र सरकार से निधारित होगा, उसके हिसाब से खरीदी उठाव किया जाएगा।
उन्होने बताया कि खरीद केंद्रों में रखे धान का उठाव नहीं होने से धूप में सूखने के कारण दो से तीन किलो कमी आ रहा है। 17 प्रतिशत की नमी पर खरीद करने को कहा गया था, जो अब 11 प्रतिशत तक आ गया है। वहीं, धान को खोखला करने वाले कीड़ों-चूहों से नुकसान उठाना पड़ रहा है।
डीएमओ आशुतोष कोसरिया ने उठाव को लेकर कहा कि एनआईसी के माध्यम से डीओ जारी होता है। इसमें जो मिलर आवेदन करता है, उसके एल वन में ही डीओ जारी किया जाता है। कोइलीबेड़ा क्षेत्र में मिलिंग की कमी है। इसलिए ऐसी परेशानी आ रही है। आज की स्थिति में राज्य में ऐसी बहुत सी समितियां हैं, जिसे डीओ जारी नहीं हुआ है। अगर ऐसी स्थिति कोइलीबेड़ा में ही आती तो अलग बात होती है।
हिन्दुस्थान समाचार, राकेश पांडे
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।