अंग दान महादान, देश में है 10 लाख अंग प्रत्यारोपण करने का लक्ष्य
धमतरी, 24 अगस्त (हि.स.)। आरोग्यं सुपरस्पेलिस्ट अस्पताल दुर्ग की तरफ से प्राइवेट एवं सरकारी संस्थाओं के पार्टनरनर शिप से अंग प्रत्यारोपण के लिए चलाए जा रहे जनजागरुता कैंपेन के तहत धमतरी के पूर्व चिकित्सा अधिकारी डा शैलेन्द्र मंडल के द्वारा शनिवार को अंग दान से संबंधित जिला कार्यालय के प्रशिक्षण केंद्र में जानकारी दी गई।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला धमतरी के सेक्टर सुपरवाइजरों व जिला अस्पताल के डाक्टर्स के सम्मेलन को संबोधित करते हुए डा शैलेन्द्र मंडल ने अंग प्रत्यारोपण क्यों जरूरी है, कौन अंग दान कर सकते है इसकी विस्तार से जानकारी दी। आज लगभग 10 लाख अंग प्रत्यारोपण करने का लक्ष्य पूरे भारत में है। इसके लिए आरोग्यं सुपरस्पेलिस्ट अस्पताल रायपुर विशेष कैंपेन चला रहा है, ताकि लोगों में अंग दान के प्रति जागरूकता बढ़े। 2024 तक 10 लाख तक अंगों की जरूरत पड़ेगी। अंग दान वे लोग़ जो 80 साल तक महिला पुरुष कोई भी कर सकते हैं, जिनको कोई गंभीर बीमारी न हो। कौन कौन से अंग प्रत्यारोपित किए जा सकते हैं उसमें किडनी, लीवर, पेनक्रियाज, इंटेस्टाइन, कार्निया लीवर आदि, लीवर विशेष का एक तिहाई हिस्सा दे देने से चार से छह माह में पुनः कार्यक्षमता की स्थिति में आ जाता है। सिरोसिस जैसे बीमारी में लीवर ज्यादा प्रभावित हो जाता है, जो लोग शराब का सेवन करते है, नान कैंटीलीवर हो जाता है। कोई केश प्रत्यारोपण से संबंधित जानकारी के इच्छुक है तो प्रत्यारोपण सहायक प्रवीण सोनी से सहायता ली जा सकती है। दिसंबर 2024 तक लगभग एक लाख 24 हजार लीवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता होगी। वर्तमान में आरोग्यं सुपरस्पेलिस्ट अस्पताल दुर्ग में समस्त प्रकार के अंगों का ट्रांसप्लांट किया जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / चन्द्र नारायण शुक्ल
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