नाग पंचमी पर सैकड़ों बरस पुराने नागदेव मंदिर में लगी भक्तों की भीड़
धमतरी, 9 अगस्त (हि.स.)।शहर के हटकेशर वार्ड में नौ अगस्त नागपंचमी पर दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी। इस दौरान कालसर्प दोष निवारण पूजन भी कराया गया। नागदेव की पालकी यात्रा भी धूमधाम से निकाली गई।
हटकेशर वार्ड में स्थित नागदेव मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। इसे 11वीं सदी का मंदिर माना जाता है।कहा जाता है कि इस मंदिर में नागदेव स्वयं विराजित हैं और प्रतिवर्ष दर्शन के लिए उपलब्ध होते थे। नाग पंचमी के अवसर पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।यहां दूर- दराज से लोग पूजा करने पहुंचे।
मंदिर समिति के दिलीप देवांगन ने बताया कि सुबह चार बजे महाआरती की गई। उसके पश्चात दर्शन प्रारंभ हुआ। दोपहर को हलवा का प्रसादी वितरण किया गया। इसके बाद भंडारा का आयोजन किया गया। रात में महा आरती के पश्चात रामायण का आयोजन हुआ। नासिक से पहुंचे तीन पुजारी शिवा प्रसाद चतुर्वेदी, जागेश्वर मिश्रा और कार्तिक चतुर्वेदी ने कालसर्प दोष निवारण अनुष्ठान संपन्न कराया। इसमें लगभग 18 लोग शामिल हुए। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ का सबसे पुराना नाग मंदिर माना जाता है और प्रतिवर्ष नाग पंचमी में मेला जैसा माहौल रहता है। हाटकेश्वर महादेव के साथ यह नागदेव का सामंजस्य है।
उन्होंने बताया कि पंचमी पर पालकी यात्रा निकाली गई। जो मंदिर से मरकाम पारा, शीतल पारा बाजार चौक बर पाय होते हुए वापस मंदिर पहुंची। इस दौरान अशोक पटेल, प्रशांत मीनपाल, वशवंत देवांगन, सुमन देवांगन, नारायण देवांगन, शांतिलाल देवांगन, चुरामन पटेल, जगत साहू संतोष देवांगन छोटेलाल साहू, लक्ष्मी नारायण साहू, गेंदालाल साहू, लखन साहू, मानिक राम साहू, पुरोहित नारायण कौशिक, श्याम देवांगन, रमेश साहू आदि मौजूद रहे। मालूम हो कि स्थित नागदेव मंदिर में प्रतिवर्ष नाग पंचमी के अवसर पर मेला जैसा माहौल रहता है।ना सिर्फ धमतरी बल्कि आसपास के लोग भी नागदेव की पूजा करने पहुंचते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / केशव केदारनाथ शर्मा
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