राज्यपाल के अभिभाषण में धान का 31 सौ रुपये देने का उल्लेख न होना किसानों से छल - रेखचंद जैन

राज्यपाल के अभिभाषण में धान का 31 सौ रुपये देने का उल्लेख न होना किसानों से छल - रेखचंद जैन
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राज्यपाल के अभिभाषण में धान का 31 सौ रुपये देने का उल्लेख न होना किसानों से छल - रेखचंद जैन


जगदलपुर, 6 फरवरी (हि.स.)। पूर्व विधायक व संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि विधानसभा में पठित राज्यपाल के अभिभाषण में किसानों को प्रति क्विंटल धान की कीमत 3100 रुपये देने का उल्लेख न करना प्रदेश के लाखों किसानों के साथ छल है। राज्यपाल का अभिभाषण सरकारी दस्तावेज व राज्य सरकार के द्वारा किए जाने वाले कार्य का संकल्प होता है। राज्यपाल के अभिभाषण में 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान की खरीद करने का उल्लेख न किया जाना स्पष्ट करता है कि राज्य की भाजपा सरकार की ऐसी कोई मंशा नहीं है। छत्तीसगढ़ के अन्नदाता किसान प्रति क्विंटल धान की कीमत 3100 रुपये न मिलने से बेहद दुखी व निराश-नाराज हैं। वर्तमान में 3100 रुपये तो दूर भाजपा सरकार कांग्रेस शासन की तरह 2640 रुपये का भुगतान भी नहीं कर रही है। आज भी प्रदेश के किसानों से 2183 रुपये क्विंटल में धान की खरीदी कर उसका भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव के पहले तक भाजपा नेता कर्ज माफी, धान खरीद आदि घोषणाओं के माध्यम से किसान हितैषी होने का जो स्वांग रच रहे थे, उसकी कलई खुलने लगी है।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे

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