जगदलपुर : प्रतिबंधित बटेर की आवक कम होने से बाजार में दोगुना हुआ दाम
जगदलपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। बस्तर संभाग में इन दिनों धान कटाई जोर-शोर से चल रहा है, धान कटाई के साथ ही इन दिनों खेतों में ग्रामीण बटेर का शिकार भी करते हैं। लेकिन इस वर्ष धान का खेत जल्द सूखने के कारण कम संख्या में बटेर दिख रहे हैं। जिसके कारण ग्रामीण इलाकों के बाजार में बटेर के दाम भी दोगुना हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र के हाट बाजार में इन दिनों ग्रामीण बटेर लेकर पहुंच रहे हैं, बटेर के शैकीन दोगुने दाम में भी खरीद कर ले जा रहे हैं। इस वर्ष एक बटेर 100 रुपये में मिल रहा है, जबकि पिछले वर्ष एक बटेर 50 रुपये में मिल रहा था।
उल्लेखनीय है कि खेतों में धान की फसल पकने के बाद जंगल में रहने वाले बटेर खेतों में पहुंचते हैं, लेकिन जब खेतों में धान की कटाई होती है, तो ग्रामीण बटेर का जाल के माध्यम से शिकार कर लेते हैं। इन दिनों सुबह व शाम के समय ग्रामीण जाल लेकर खेतों में बटेर शिकार करते नजर आ रहे हैं। हालांकि बटेर का शिकार करना प्रतिबंधित है। वन विभाग द्वारा कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन ग्रामीणों को बाजार में बटेर की अच्छी कीमत मिलने के लालच में शिकार करना नहीं छोड़ते हैं। बताया जा रहा है कि इस बार बटेर जाल में कम ही फंस पा रहे हैं, जिसके चलते बाजार में नहीं मिल रहा है, इसलिए जहां भी बटेर उपलब्ध है, ऊंची कीमत में बिक रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे
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