राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रायगढ़ नगर का विजय दशमी उत्सव धूमधाम से संपन्न
रायगढ़, 7 अक्टूबर (हि.स.)।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) रायगढ़ नगर द्वारा विजय दशमी उत्सव, शस्त्र पूजन एवं पथ संचलन का भव्य आयोजन रविवार को रामलीला मैदान में किया गया। इस कार्यक्रम में 850 से अधिक स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विजय दशमी का यह आयोजन संघ की 99वीं वर्षगांठ के अवसर पर विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इसी योजना के तहत संघ ने नए स्वयंसेवकों को जोड़ने और कार्यविस्तार पर विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है।
इस उत्सव ने नगर के लोगों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रति जागरूकता और जुड़ाव को और भी प्रबल किया है। संघ के आगामी शताब्दी वर्ष की तैयारियों के साथ इस तरह के आयोजनों से संगठन की जड़ें और गहरी होंगी। जिसमें सभी स्वयंसेवकों और नगर के गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया।रायगढ़ नगर में आयोजित इस विजय दशमी उत्सव ने संघ के मूल्यों, अनुशासन और राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पण को और सशक्त किया है।
आयोजन का शुभारंभ एवं पथ संचलन
विजय दशमी उत्सव का शुभारंभ रामलीला मैदान से सायं 3:00 बजे हुआ। शस्त्र पूजन के साथ पथ संचलन की शुरुआत की गई, जिसमें सैकड़ों स्वयंसेवक अनुशासन के साथ सम्मिलित हुए। संचलन का मार्ग नगर के प्रमुख चौक-चौराहों से होते हुए पुनः रामलीला मैदान पर समाप्त हुआ। यह संचलन नगरवासियों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा और बड़ी संख्या में लोग इसे देखने के लिए उपस्थित हुए।
मुख्य अतिथि एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रांत संघचालक टोप लाल वर्मा थे, जिन्होंने संघ के 99 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए आगामी शताब्दी वर्ष की योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संघ का उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है और राष्ट्र निर्माण के कार्य में हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में रायगढ़ के प्रसिद्ध अस्थि रोग विशेषज्ञ (सर्जन) डॉ. शरद चंद्र अवस्थी की उपस्थिति रही, जिन्होंने शस्त्र पूजन की विधि संपन्न कराई। कार्यक्रम में रायगढ़ विभाग के विभाग संघचालक विजय शंकर पटनायक, रायगढ़ जिला के जिला संचालक डॉक्टर प्रकाश मिश्रा, एवं रायगढ़ नगर के नगर संघचालक डॉ. बी आर पटेल सहित अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
शताब्दी वर्ष की तैयारियों पर जोर
अपने उद्बोधन में टोप लाल वर्मा ने संघ के शताब्दी वर्ष की तैयारियों की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि संघ आने वाले समय में बड़े पैमाने पर नए स्वयंसेवकों को जोड़ने का अभियान चलाएगा और समाज के हर वर्ग तक संघ की विचारधारा और सेवाकार्यों को पहुंचाएगा। उन्होंने संघ की अनुशासन, समर्पण और सेवाभावना की विशेषताएँ उजागर कीं और स्वयंसेवकों से इसी दिशा में निरंतर कार्य करने का आह्वान किया।
आयोजन की विशेषतायें
विजय दशमी के इस विशेष आयोजन में परंपरागत तरीके से शस्त्र पूजन किया गया। शस्त्र पूजन की रस्में विधिपूर्वक पूरी की गईं, जिसके बाद पथ संचलन प्रारंभ हुआ। संचलन के दौरान अनुशासित स्वयंसेवकों की कतारें नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए रामलीला मैदान पर आकर समाप्त हुईं। इस पूरे आयोजन में नगरवासियों ने भी अपनी सक्रिय सहभागिता दिखाई और संघ के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार / रघुवीर प्रधान
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