जगदलपुर : नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव का किया बहिष्कार
कांग्रेस-भाजपा नेताओं को मार भगाने की बात कही, लेकिन अन्य पार्टियों पर कुछ नहीं कहा
जगदलपुर, 02 अगस्त (हि.स.)। नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के प्रवक्ता मोहन ने बुधवार को प्रेस नोट जारी कर केंद्र और राज्य सरकार की नाकामी गिनाते हुए इस वर्ष होने वाले छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए वोट मांगने आने वाली कांग्रेस-भाजपा पार्टी के नेताओं को मार भगाने की बात कही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के अलावा केंद्र की भाजपा सरकार पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा का सिर्फ एक ही मकसद है कि पूरे देश को हिंदू राष्ट्र बनाना है।
नक्सली प्रवक्ता का कहना है कि चाहे कांग्रेस हो या भाजपा जिस भी पार्टी के नेता वोट मांगने आए उन्हें मार भगाया जाए। इसके बाद बस्तर के नेताओं को चुनाव के समय प्रचार करने का भी खौफ रहेगा। बावजूद इसके नक्सली अपने हित के अनुसार अंदरूनी समझौते के आधार पर किसी भी पार्टी या उम्मीदवार का समर्थन भी करते रहे हैं।
नक्सली प्रवक्ता मोहन ने प्रेस नोट के माध्यम से कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी की बात कही थी। लेकिन सरकार बनने के बाद भी शराब बंद नहीं हुई। क्योंकि सरकार को शराब से सालाना 6500 करोड़ रुपये का मुनाफा होता है। इसके अलावा बेरोजगारों को 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने को कहा था। सरकार बने साढ़े 04 साल का वक्त हो गया है, लेकिन, बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया गया है। साथ ही तेंदूपत्ता की राशि भी नहीं बढ़ाई गई है। पूरे बस्तर में 54 से ज्यादा पुलिस कैंप स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में जल-जंगल-जमीन की लड़ाई करने वाले आदिवासियों की पिटाई करवाई गई, उनपर लाठीचार्ज किए गए हैं। बिना ग्राम सभा के कैंप, सड़क-पुलिया बनाए गए हैं। हवाई बमबारी, गोलियां चलाना यह आमबात हो गई है। देश को लूटने वालों, बरबाद करने वालों को फिर वोट डाल के जिताए तो पांच साल लूटने के लिए मौका दिया जाना है, इसलिए कांग्रेस-भाजपा पार्टी को मार भागाओं।
हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे

