धमतरी : जाल में फंसा तेंदुआ, वन विभाग ने किया सफल रेस्क्यू
धमतरी, 26 दिसंबर (हि.स.)। जंगल क्षेत्र में वन्य जीवों के शिकार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शिकारियों द्वारा लगाए गए अवैध फंदे में फंसकर एक तेंदुआ गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर तेंदुए का सुरक्षित रेस्क्यू किया और प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे जंगल सफारी भेजा गया।
मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना उदंती–सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र की है, जहां अज्ञात शिकारियों ने वन्य प्राणियों को फंसाने के उद्देश्य से तारनुमा फंदा लगाया था। दुर्भाग्यवश उसी फंदे में एक तेंदुआ फंस गया। तेंदुए के गले में तार का फंदा कस गया था, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। जैसे ही इस घटना की जानकारी वन विभाग को मिली, उदंती–सीतानदी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक वरुण जैन के नेतृत्व में वन अमले की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। रेस्क्यू के दौरान पहले ड्रोन कैमरे की सहायता से तेंदुए की सटीक लोकेशन का पता लगाने का प्रयास किया गया, लेकिन घना जंगल होने के कारण स्पष्ट दृश्य नहीं मिल सका। इसके बाद वनकर्मियों ने फील्ड में उतरकर काफी मशक्कत के बाद तेंदुए को खोज निकाला और पूरी सावधानी के साथ उसका रेस्क्यू किया। बताया जा रहा है कि तेंदुआ लगभग एक सप्ताह से फंदे में फंसा हुआ था, जिसके चलते उसके गले में गहरे जख्म हो गए थे। रेस्क्यू के बाद मौके पर मौजूद पशु चिकित्सकों द्वारा तेंदुए का प्राथमिक उपचार किया गया। स्थिति को देखते हुए उसे आगे के बेहतर इलाज और देखरेख के लिए जंगल सफारी भेज दिया गया है। वन विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में अवैध शिकार के खिलाफ निगरानी बढ़ा दी है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही सिंगपुर क्षेत्र में तेंदुए के पंजे और नाखून काटने की घटना सामने आई थी, जिसमें वन विभाग की सतर्कता से आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं वन्य जीव सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

