डेंगू के बाद जेई का मिला पहला मरीज, 12 साल का मासूम चपेट में
जगदलपुर, 19 जुलाई (हि.स.)। बस्तर जिले में डेंगू, मलेरिया के बाद अब जापानी इन्सेफलाइटिस (जेई) का एक मरीज शहर के धरमपुरा नंबर 3 निवासी एक 12 साल का मासूम इसकी चपेट में आ गया है। बालक को इलाज के लिए मेकाॅज में भर्ती किया गया है। इधर जेई का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। जेई को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पूरे इलाके में दवा का छिड़काव करवाया जा रहा है, इसके अलावा जांच अभियान भी शुरू किया है।
जिला मलेरिया अधिकारी सीआर मैत्री ने बताया कि जेई का पहला मामला धरमपुरा से मिला है। गौरतलब है कि बस्तर में अभी तक डेंगू के 20 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं और मलेरिया के मरीजों की संख्या भी हर दिन बढ़ रही है। इस बीच जेई की दस्तक ने भी अधिकारियाें और लोगों को चिंता में डाल दिया है। जेई क्यूलेक्स मच्छर द्वारा फैलता है, जापानी इन्सेफ्लाइटिस एक वायरस है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को अचानक सिर दर्द, तेज बुखार, गर्दन में अकड़न, मतली, दौरे (बच्चों में) और स्थिति भ्रान्ति के साथ मस्तिष्क में गंभीर सूजन आ जाती है। सही समय पर इलाज नहीं मिलने पर यह जानलेवा भी साबित होता है और बहुत तेजी से इसका संक्रमण फैलता है।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / चन्द्र नारायण शुक्ल
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