प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सहृदयता से बिंझिया समाज को मिला न्याय: मुख्यमंत्री साय
रायपुर, 9 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मंगलवार को सूरजपुर जिले के जमदेई में आयोजित ’अखिल भारतीय बिंझिया समाज के महासम्मेलन और अभिनंदन समारोह’ को सम्बोधित करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सहृदयता से बिंझिया जाति सहित 12 जातियों को जनजाति का दर्जा मिला। वर्षाें से बिंझिया समाज जनजाति का दर्जा प्रदान करने के लिए मांग कर रहा था।
उन्होंने कहा कि मांग के प्रति संवेदनशीलता दिखते हुए प्रधानमंत्री ने बिंझिया समाज सहित बारह जातियों को जनजातियों की सूची में शामिल किया, इन जातियों को विकास की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर मिला। आज बहुत खुशी है कि बिंझिया समाज सहित 12 जातियों के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बन रहा है और शासन की योजनाओं का लाभ इन वर्गों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार, सांसद रहते हुए मैंने स्वयं और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों का परिणाम है कि आज इन वंचित समुदायों को उनका हक मिला है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वे जब केंद्र में राज्यमंत्री थे। तब उन्होंने लगातार बिंझिया समाज सहित 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने के लिए लगातार प्रयास किए थे। उन्होंने बताया कि लोकसभा व राज्यसभा में इस वर्ग की पीड़ा और समस्याओं को संसद में जोर-शोर से उठाया गया ताकि आदिवासी भाई-बहनों के साथ न्याय हो सके। उन्होंने 12 जातियों को जनजातियों की सूची में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रति आभार प्रकट किया।
जमदेई में 20 लाख की लागत से बनेगा सामुदायिक भवन-मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर मां कुदरगढ़ी मंदिर में रोप वे की स्वीकृति की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने देवीपुर महामाया मंदिर से पंपापुर रोड चौड़ीकरण के लिए 4.5 करोड़, देवीपुर से नौवापर मार्ग में जोगीगुड़ा नाले में पुलिया निर्माण के लिए 3 करोड़ की स्वीकृति, 50 सीटर बालिका छात्रावास की मंजूरी तथा जमदेई में 20 लाख की लागत से सामुदायिक भवन की स्वीकृति की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मोदी जी की गारंटी में किए गए हर वायदे को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम में बिंझिया समाज ने आदिवासियों के हितों की सुरक्षा के लिए प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री श्री साय का अभिनंदन किया और गदा भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर क्षेत्र के विकास के लिए 27 करोड़ 72 लाख की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया तथा शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत हितग्राहियों को सामग्री और सहायता राशि के चेक वितरित किए।
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरगुजा अंचल ने एक इतिहास रचा है, यहां की जनता ने जो आशीर्वाद दिया, आज सरगुजा का बेटा प्रदेश का मुखिया बना है, यह गर्व की बात है।
समाज के महासम्मेलन में पहुंचे साठ वर्षीय श्री भगवान राम सिरदार व पैंसठ वर्षीय बेचन राम ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि बिंझिया समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने में महत्वपूर्ण योगदान प्रधानमंत्री मोदी जी का है। उन्होंने बताया कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से बिंझिया समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग की जा रही थी। मात्रात्मक त्रुटि होने के कारण अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलने वाले लाभ से इस तबके को वंचित होना पड़ा था। उन्होंने बताया कि बिंझिया समाज कृषि, मजदूरी के कार्य से जुड़े हैं। आर्थिक रूप से बेहद कमजोर इस समाज में शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति अब विशेष जागरूकता आने लगी है।
कार्यक्रम में विधायक भूलन सिंह मरावी, विधायक उद्देश्वरी पैकरा, विधायक राजेश अग्रवाल, विधायक श्रीमती शकुन्तला पोर्ते, पूर्व विधायक राम सेवक पैकरा, पूर्व सांसद कमल भान सिंह, बिंझिया समाज के अध्यक्ष भुवाल सिंह सिरदार सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में ग्रामीण मंच पर उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/गायत्री प्रसाद
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।