स्वास्थ्य विभाग ने किया झोलाछाप चिकित्सक की क्लिनिक सील
धमतरी, 12 सितंबर (हि.स.)। जिले में आयोजित कलेक्टर जनदर्शन में लगातार अपंजीकृत झोलाछाप चिकित्सक के विरुद्ध इंजेक्शन लगाने, बाटल चढ़ाने, वांछित डिग्री एवं दस्तावेज नहीं होने के बाद भी मनमानी तरीके से एलोपैथी दवाई देने और नर्सिंग होम एक्ट का पालन नहीं करते हुए बिना अनुमति के क्लिनिक संचालित करने के संबंध में शिकायत प्राप्त हो रहे हैं। इसके मद्देनजर कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देश पर उक्त शिकायत की जांच के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. यूएल कौशिक द्वारा जांच दल का गठन किया गया है।
इसी कड़ी में भखारा के ग्राम गाड़ाडीह (आर) निवासी प्रेमलाल देवांगन द्वारा बीते दिनों कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत की गई कि उसी गांव के रामहरि सिन्हा द्वारा मरीजों को इंजेक्शन लगाने, बाटल चढ़ाने, अपने आप को पेशेवर डाक्टर बताकर इलाज किया जा रहा है। इसके बाद सीएमएचओ के निर्देश पर गठित दल द्वारा 11 सितंबर को उक्त शिकायत की जांच के लिए औचक रूप से ग्राम गाड़ाडीह (आर) में दबिश दी गई। इस दौरान मौके पर रामहरि सिन्हा और ग्रामीण उपस्थित थे। जांच में पाया गया कि उक्त झोलाछाप चिकित्सक के पास एलोपैथी पद्धति से मरीजों के उपचार के लिए वांछित डिग्री दस्तावेज नहीं था, जिससे शिकायतकर्ता की कुछ शिकायत की पुष्टि हुई। इसके आधार पर जांच दल द्वारा ग्रामीणों एवं चिकित्सक की उपस्थिति में मौके पर ही क्लिनिक को सीलबंद किया गया और भविष्य में ऐसे कृत्य नहीं करने की सलाह दी गई, जिससे किसी तरह की अप्रिय घटना घटित न हो। सीएमएचओ डाॅ. कौशिक ने कहा कि जिले में ऐसे अपंजीकृत चिकित्सक, जो नर्सिंग होम एक्ट का उल्लंघन करते हुए घर-घर जाकर और क्लिनिक लैब अस्पताल संचालित कर अवैध रूप से प्रैक्टिस कर रहे हैं, उनके विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा
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