स्वास्थ्य केंद्र बंद होने पर प्रसव पीड़िता की संजीवनी 108 एंबुलेंस में ही नार्मल डिलीवरी
दंतेवाड़ा/रायपुर, 31 अगस्त (हि.स.)।दंतेवाड़ा जिले के गुमलनार पटेलपारा में स्वास्थ्य केंद्र का मेन गेट बंद होने और कोई भी कर्मचारी वहां मौजूद नहीं होने के बाद प्रसव पीड़िता प्रसव पीड़ा होने पर संजीवनी 108 एंबुलेंस में ही नार्मल डिलीवरी करवाई गई।घरवालों ने 102 को डायल किया लेकिन फिर भी एंबुलेंस नहीं भेजा गया, बल्कि उन्हें 112 में कॉल करने की सलाह दी गई।
गर्भवती महिला के पति घासीराम व सास-ससुर ने शनिवार को जानकारी दी कि उनकी बहु पूंगार अटामी को गर्भवती की हालत बिगड़ते देख बीती देर रात संजीवनी 108 को कॉल किया गया। लगभग आधे घंटे में यह टीम मितानिन सहित पहुंच गई। इसके बाद टीम ने गर्भवती महिला को तुमनार उप स्वास्थ्य केंद्र रात एक बजे पहुंचाया। स्वास्थ्य व्यवस्था का यह हाल था कि उस वक्त स्वास्थ्य केंद्र का मेन गेट बंद था और कोई भी कर्मचारी वहां मौजूद नहीं था।जबकि वहां 24 घंटे अस्पताल खुला होना चाहिए था और चिकित्सक तथा नर्स मजूद होना चाहिए था।गर्भवती महिला की पीड़ा और नाजुक होती स्थिति को देख आखिरकार 108 में मौजूद ईएमटी रविंद्र कुमार, पायलट अशोक सिंह ठाकुर, मितानिन और गर्भवती महिला के पति व सास-ससुर ने मिलकर संजीवनी 108 एंबुलेंस में ही नार्मल डिलीवरी करवाई।
उल्लेखनीय है स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और बड़े अधिकारियों द्वारा बड़ी -बड़ी उपलब्धियों का बखान किया जाता है ,लेकिन मौके और जरूरत पर सारी व्यवस्थायें धराशायी और ध्वस्त मिलती है।यहां तक कि राजधानी रायपुर के डी डी नगर ,खोखोपारा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की हालत बदतर है।इमारतें और वहां पर कथित सुविधाओं के बड़े -बड़े पोस्टर सजे धजे दिखाई तो पड़ते है पर हकीकत में वहां मौके पर कुछ भी मौजूद नहीं हैं।समय पर न तो स्टाफ मौजूद होता है और न ही सुविधाएं ही मिल पाती हैं ।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा
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