सुकमा - सभी स्कूलों में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया शाला प्रवेश उत्सव
सुकमा, 26 जून(हि. स.)।सुकमा जिले में नए शिक्षा सत्रशाला प्रवेश उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। शाला प्रवेश उत्सव के प्रथम दिन छात्र-छात्राओं को मुकुट एवं तिलक लगाकर शाला प्रवेश करवाया गया।
राज्य शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर हरिस. एस के मार्गदशन में नए शिक्षा सत्र की शुरुआत को एक उत्सव के रूप में मनाते हुए आज बुधवार को जिले के समस्त स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
इसी कड़ी में सुकमा के प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालय सहित सेजेस हिंदी माध्यम हायर सेकेण्डरी स्कूल झापरा में मुख्य अतिथि के रूप में जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे संकुल श्रोत में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। स्कूल खुलने के बाद बच्चों में उत्साह और खुशी दिखी। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने बच्चों को स्कूलों में रोली-टीका लगाने सहित माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया । जहां बच्चे उत्साह के साथ शाला में प्रवेश किए। इस दौरान उन्होंने निःशुल्क किताब और स्कूल गणवेश भेंट किया गया। जिला स्तर पर शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में बच्चे उत्साहित नजर आए। यहां बच्चों ने गीत-संगीत के माध्यम से शाला प्रवेश उत्सव का आनंद लिया, साथ ही स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य माड़े बारसे, डमरूराम नाग उपाध्यक्ष जनपद पंचायत सुकमा एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण सहित जिला शिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी, शिक्षकगण और बच्चों के माता-पिता एवं पालक ग्रामीण थे।
कार्यक्रम में धनीराम बारसे ने स्कूली बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज शाला प्रवेश उत्सव में शामिल बच्चे उत्साहित हैं कि अब उन्हें पढ़ने के लिए नियमित तौर पर स्कूल आना है। शाला प्रवेशोत्सव से बच्चों के मन में उत्साह का संचार होता है। स्कूल ही बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक समुचित वातावरण प्रदान करता है। उन्होंने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करना है, समूह के बच्चों को समुचित शिक्षा प्रदान किया जाना है, उस दृष्टिकोण से सभी शालाओं में बुनियादी सुविधा एवं शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। शिक्षा के राह में आने वाली बाधा को सभी मिलकर दूर करेंगें। देश में शिक्षा के क्षेत्र में समस्त अधोसंरचनाएं और सुविधाओं का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता है, इस महाअभियान में हर किसी का सहयोग सर्वमान्य होगा, हम अपने बच्चों का भविष्य खूबसूरती से सवारेंगें।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्यों को पाने हम सभी प्रयास करेंगे और इस प्रवेश उत्सव के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्र में सुविधानुसार एवं शत-प्रतिशत बच्चों को विद्यालय में प्रवेश दिलाएंगे। शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर जनप्रतिनिधियों के द्वारा बच्चों एवं पालकों को न्योता भोज कराया गया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी ने बताया कि जिले के शिक्षण संस्थाओं में बेहतर शिक्षा सहित गुणवत्ता सुधार के लिए डीएमसी और सभी एपीसी, बीईओ एवं बीआरसी को जिम्मेदारी दी गई है जो निर्धारित क्षेत्रों के स्कूलों तथा आवासीय विद्यालयों का नियमित रूप से निरीक्षण कर मॉनिटरिंग सुनिश्चित करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार /रोशन सिन्हा/ केशव
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