(फालाेअप) एनएमडीसी की लापरवाही से क्षतिग्रस्त हुआ डैम, दर्जनाें बाईक, कार, व ट्रक सैलाब में बहे
दंतेवाड़ा, 22 जुलाई (हि.स.)। जिले के किरंदुल क्षेत्र में पहाड़ी के एन-1 बी डैम एनएमडीसी के द्वारा निर्माण किया गया था।विगत चार दिनाें से हाे रही अनवरत बारिश के कारण पहाड़ी में निर्मित एन-1 बी डैम रविवार शाम लगभग 4 बजे क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके चलते तीन गाय बहती हुई जा रही थी, उसको बचाया गया, वहीं ट्यूशन पढ़ने जा रहे दाे बच्चे भी पानी में बह गए, जिनको बचा कर अस्पताल पहुचाया गया, जहां उनकी हालत अभी सामान्य है।
पहाड़ी इलाके में एनएमडीसी की लापरवाही से डैम के टूटने से पानी का बहाव इतना तेज था कि उसके बहाव में दर्जनाें मोटर साइकिल, कई कार यहां तक कि बड़ी ट्रक भी बह गई। लगभग 100 से 150 घर इस आफत की सैलाब के चपेट में आने से घर का पूरा सामन मलबे से भर गया है, चारो तरफ तबाही का मंजर देखने को मिला। डैम की क्षमता 10 हजार क्यूबिक मीटर है जिसकी सफाई प्रति वर्ष होनी है। परंतु एनएमडीसी और नगरपालिका के बीच आपसी तकरार के कारण दो सालों से इस डैम की सफाई नहीं हुई, जिसके इतनी बड़ी आपदा का खामियाजा लाेगाें काे भुगतन पड़ा है।
किरंदुल बंगाली कैम्प के 3 नंबर वार्ड 4 नंबर वार्ड 6 नंबर वार्ड में लौह चूर्ण के साथ पहाड़ी नाले का पानी घरों में घुस गया। घर का समान छोड़कर जान बचा कर लोग भागे लाल पानी का सैलाब इतना भयानक था कि इसके जद में जो कुछ भी आया उसको बहा कर ले गया। घर के अंदर कमर तक कीचड़ भर गया, घर का पूरा समान खराब हो गया है। इसके बाद जिला प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया। प्रभावित परिवारों को मंगल भवन में ठहराया जा रहा है। इसके अलावा किरंदुल के गटर, पुलिया एवं सीएससी सेंटर के पास भी बारिश से जल जमाव होने से जेसीबी मशीन के द्वारा रोड की साफ-सफाई भी की गई है। लगातार भारी बारिश के कारण इन इलाकाें पर रहने वाले लोगों को अन्य जगह चले जाने की हिदायत भी दी जा रही है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
गाैरतलब है कि किरंदुल बंगाली कैम्प से एक किलोमीटर की दूरी में लौह अयस्क खदान के नीचे एनएमडीसी ने 1989 में 6 नम्बर चैकडैम का निर्माण किया था ताकि बरसात के दौरान लोह अयस्क की खदानों से जो लोह चूर्ण पहाडी के झरने के साथ बह कर नीचे आये उसे डैम में रोक लिया जाए । जिसके लिए डैम की ऊंचाई 6 मीटर और चौड़ाई 40 मीटर रखी गई है। डैम की क्षमता 10 हजार क्यूबिक मीटर है। जिसको एनएमडीसी प्रति वर्ष ठेकेदारों से साफ करवाती थी। लेकिन पिछले 2 वर्षों से नगरपालिका किरंदुल और एनएमडीसी के बीच आपसी विवाद के कारण 6 नम्बर चैकडैम की सफाई नहीं कि गई ।जिसके परिणामस्वरूप डैम ओवरफ्लो हुआ और इसका खामियाजा जनता को भुगतन पड़ा है।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / चन्द्र नारायण शुक्ल
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।