(फालोअप) इरिकपाल दोहरे हत्याकांड़ में शामिल चैन सिंह गागड़े सहित छह आरोपित गिरफ्तार
जगदलपुर, 12 जून (हि.स.)। बस्तर जिला मुख्यलय के नजदीक थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत इरिकपाल गांव में जमीन विवाद को लेकर उपजे विवाद में एक दर्जन से अधिक लोगों ने दो भाइयों योगेश कश्यप एवं चन्द्रशेखर कश्यप पिता सम्भुनाथ कश्यप की खेत में मंगलवार को हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने दोहरे हत्याकांड़ में शामिल एक आरोपित चैन सिंह गागड़े सहित अब तक छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। लेकिन पुलिस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखकर गिरफ्तार हत्या के आरोपितों के नामों का खुलासा नहीं कर रही है, वहीं अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बस्तर जिले के जनपद पंचायत बकावण्ड के ग्राम पंचायत धोबीगुड़ा अंतर्गत ग्राम इरिकपाल बस्तर जिला मुख्यलय जगदलपुर से लगभग 05 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस क्षेत्र में आदिवासी, हल्बा, भतरा, महारा, ठाकुर जनजाति के लोग निवास करते है। वर्ष 1992 में ग्राम पंचायत धोबीगुड़ा के गांव इरिकपाल में हल्बा जाति परिवार के आरोपित चैन सिंह गागड़े के परिजनों से पांच एकड़ जमीन को आदिवासी परिवार के शम्भुनाथ कश्यप ने खरीदा था, जिसके बाद से सम्भूनाथ कश्यप का परिवार बरसों से उस जमीन पर खेती करता आ रहा है। पिछले 10 वर्षों से हल्बा परिवार आरोपित चैन सिंह गागड़े के परिजनों की नजर उनके पूर्वजों द्वारा विक्रय की गई जमीन पर नजर गड़ी हुई थी। जिसका विवााद तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर में इनकी पेशी चलती आ रही, जिसके बाद शासन द्वारा उसके पक्ष में शम्भूनाथ को स्वामित्व के रूप में माना गया।
11 जून 2024 को सम्भूनाथ के दो पुत्र जिसमें बड़ा पुत्र योगेश कश्यप उम्र 29 वर्ष, छोटा पुत्र चन्द्रशेखर कश्यप उम्र 24 वर्ष ने अपने खेत में कृषि विभाग से किराये पर शासकीय ट्रेक्टर से धान की बोआई कर रहे थे। बोआई के दौरान कुछ ही समय पर चैनसिंह के परिवार के लोगों ने आक्रोशित होकर जमीन को लेकर दोनों भाइयों से कहा-सुनी करने लगे, कहा-सुनी इतनी बढ़ गई कि निहत्थे खेत में काम कर रहे दोनों भाईयों को चैनसिंह परिवार से लगभग दर्जन भर लोगों ने अपने साथ लाये टंगिया, फरसा एवं तेज धार-धार हथियार से दोनों भाइयों को मौत के घाट उतारा दिया।
इस दोहरे हत्याकांड़ की सूचना ग्रामीणों के द्वारा पुलिस को दी गई, जिसके बाद थाना कोतवाली द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए इस घटना को संज्ञान में लेकर पुलिस बल सहित घटनास्थल पर पहुंचकर मौका-मुआयना कर पंचनामा की कार्रवाई के बाद मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए डिमरापाल मेडिकल कॉलेज भेजा गया तथा गांव को छावनी में तब्दील की गई। वहीं पुलिस के द्वारा टीम गठित कर फरार आरोपितों की पतासाजी की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे
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