जल व भू संरक्षण के लिए किसान करें फसल चक्र परिवर्तन
धमतरी, 26 अगस्त (हि.स.)।दिनों दिन घटते भू जल स्तर को देखते हुए अब ऐसी फसलों को लगाने किसानों को प्ररेरित किया जा रहा है, जो कम पानी अवशोषित करती हैं। धमतरी जिले में इसके लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। जिले के चारों ब्लाक में इसके तहत किसानों को जागरूक किया जा रहा है।धमतरी जिले के चारों ब्लाक के किसान खरीफ व रबी फसल में अन्य फसलों को छोड़कर लगातार धान फसल की पैदावार लेते आ रहे हैं। प्रशासन द्वारा लगातार अभियान चलाने के बाद भी यह सिलसिला चल रहा है। ग्रीष्मकाल में तो बकायदा मोटरपंप लगाकर धान की पैदावार ली जाती है। लगातार सैंकड़ों एकड़ में दिनरात मोटरपंप चलने से भी भूजल स्तर में गिरावट आ रही है।
जिला प्रशासन के निर्देश पर जिले में फसल चक्र परिवर्तन, ग्रीष्मकालीन धान के बदले कम जल मांग वाली दलहन-तिलहन, लघु धान्य फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने, भू-जल स्तर में हो रही अत्यधिक गिरावट, भू-जल स्तर के सदुपयोग, नियंत्रण, भूमि क्षरण रोकने के उपाय, जल संरक्षण की संरचना संबंधी जागरूकता हेतु जिले के सभी विकासखण्डो में से प्रथम चरण में कुल 25 ग्रामों का चयन किया गया है। कलेक्टर गांधी द्वारा चयनित ग्रामों में फसल चक्र परिवर्तन अभियान एवं जन- जागरूकता कार्यक्रम हेतु विकासखण्डवार दलों का गठन किया गया है। दल द्वारा निर्धारित तिथियों में निर्धारित ग्रामों में जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन कर युवा, महिला, कृषक, जनप्रतिनिधि पशु सखी, कृषि सखी एवं ग्रामीणजनो की सहभागिता सुनिश्चित करने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में बीते दिन तरसीवां, बगदेही, कुंडेल और फरसियां में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर कृषि एवं संबंधित विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और किसान मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / केशव केदारनाथ शर्मा
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