भाजपा सरकार की धान खरीद नीति से किसान निराश व परेशान : कांग्रेस

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भाजपा सरकार की धान खरीद नीति से किसान निराश व परेशान : कांग्रेस


धमतरी, 30 नवंबर (हि.स.)। धान खरीद केंद्रों में अनियमितता और किसानों को हो रही समस्याओं को लेकर 30 नवंबर को कांग्रेसियों ने प्रेस वार्ता की। जिलाध्यक्ष शरद लोहाना ने आरोप लगाते हुए कहा है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीद में अनियमितता को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार आवाज उठा रही है। प्रदेश सरकार धान नहीं खरीदने का षड्यंत्र कर रही है। साय सरकार की नई नीति से स्पष्ट है कि वह किसानों से धान खरीदी कम करना चाहती है। इस बार 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में जिस गति से धान खरीदी हो रही है, इससे उस लक्ष्य को प्राप्त करना संभव नहीं है। सरकार ने घोषणा की थी कि 72 घंटे में किसानों के खाते में पैसा आएगा, लेकिन जो किसान 14 नवंबर को धान बेचे हैं उनके खाते में अभी तक पैसा नहीं आया है।

किसानों से 3100 रुपये में धान खरीदी का वादा कर भाजपा सत्ता में आई है। किसानों को 2300 रुपये प्रति क्विंटल के मान से राशि दी जा रही है। कांग्रेस धान खरीदी पर जिला और विधानसभा स्तर पर खरीदी केन्द्र की निगरानी के लिए समिति बनाएगी। समिति के सदस्य जिले के धान खरीदी केंद्रों में जाकर निरीक्षण करेंगे। सिहावा विधायक अंबिका मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाने वाला प्रदेश है। धान उपार्जन की कांग्रेस सरकार की नीति को भाजपा की साय सरकार ने बदल दिया है। नई नीति के अनुसार 72 घंटे में बफर स्टाक के उठाव की नीति को बदल दिया गया है। जिससे सरकार की किसान विरोधी नीति स्पष्ट दिख रही है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान निराश और परेशान है। धमतरी विधायक ओमकार साहू का आरोप है कि अनावरी रिपोर्ट गलत बनाया जा रहा है। जिसके आधार पर केवल नौ से 14 क्विंटल धान खरीदा जा रहा है। किसानों से पूरा 21 क्विंटल धान नहीं खरीदा जा रहा है। धान खरीदी केंद्रों में टोकन जारी नहीं किया जा रहा है। किसान घंटों लाइन लगाकर खड़े रहते हैं। आनलाइन टोकन सिस्टम के कारण किसानों को 15 दिन बाद का भी टोकन नही मिल रहा है। धान के अंतर की राशि कब देंगे कोई ठिकाना नहीं है। धान खरीदी केंद्रों में पेयजल, बैठने के लिए छांव सहित अन्य समस्याएं है।

120 रुपये को घटाकर 60 रुपये कर दिया

महापौर विजय देवांगन ने कहा कि धान मिलिंग के लिए कांग्रेस सरकार ने प्रति क्विंटल 120 रुपये देने का निर्णय लिया था। जिसका परिणाम यह हुआ था कि प्रदेश भर में 700 नई राइस मिलें खुली थीं। अब सरकार ने मिलिंग के लिए 120 रुपये को घटाकर 60 रुपये कर दिया है। इस कारण राइस मिलर हड़ताल पर है। उठाव नहीं होने से धान सोसायटी में जाम है। इस दौरान पूर्व विधायक लेखराम साहू, लक्ष्मी ध्रुव, तारिणी चंद्राकर, कविता बाबर, मोहन लालवानी, घमेश्वरी साहू, सूर्यप्रभा चेट्टियार, नरेंद्र सोनवानी, राजा देवांगन सहित अन्य कांग्रेसी नेता उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

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