दुर्गकोंदल के प्री-मैट्रिक छात्रावास में सीनियर छात्रों ने 15 छात्रों काे पीटा, सभी छात्र बिना बताये घर भागे
कांकेर, 23 जुलाई (हि.स.)। जिले में दुर्गकोंदल के प्री-मैट्रिक छात्रावास में सीनियर छात्रों ने 15 जूनियर छात्रों की डंडे से पिटाई कर दी। इस मारपीट के डर से 15 बच्चे छात्रावास अधीक्षक को बिना बताए घर भाग गए। परिजनों के आज मंगलवार काे हॉस्टल पहुंचने पर मामले का खुलासा हुआ। पूरा मामला दुर्गुकोंदल के प्री-मैट्रिक छात्रावास का है जहां बीते शुक्रवार और शनिवार की रात हॉस्टल के कुछ सीनियर छात्रों ने बुक कवर नहीं देने, अपने कपड़े साफ कराने और पहले मच्छरदानी लगाने के नाम पर जूनियर छात्रों को पीट दिया। घटना के दौरान छात्रावास अधीक्षक और चपरासी भी छात्रावास में मौजूद थे, लेकिन उन्हें इसकी भनक तक नहीं लगी। पीड़ित छात्र के परिजन ने कहा कि अधीक्षक की लापरवाही से यह घटना हुई है। मारपीट की घटना को छात्रावास अधीक्षक ने 4 दिन तक छिपाकर रखा। मेरा भतीजा भागकर घर नहीं आता तो दोबारा मारपीट होती। अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
छात्रावास अधीक्षक सतीश जुर्री ने बताया कि घटना को लेकर बच्चों ने कोई जानकारी नहीं दी। दो बच्चों के पालक छात्रावास पहुंचे, तब मारपीट की जानकारी हुई।
कक्षा 8वीं के छात्र ने बताया कि उसने बुक कवर खरीदा है, जिसे सीनियर छात्र मांग रहा था। कवर देने से मना किया तो सीनियर ने उसे 180 बार डंडे से मारे। वहीं एक अन्य छात्र ने बताया कि उसने अपने दोस्त के साथ पैसे मिलाकर कवर लिया है, जिसे सीनियर छात्र को देने से मना किया तो किसी को 180 तो किसी को 40 बार डंडे से मारा है। छात्रों ने बताया कि मारपीट को लेकर हॉस्टल वॉर्डन या किसी को बताने पर सीनियर छात्रों ने और मारने की धमकी दी। जिसके डर से छात्र किसी को बिना बताए घर चले गए और परिजनों को पिटाई की बात बताई।
पीड़ित छात्र के परिजनों ने कहा हमारे बच्चे भाग कर घर नहीं आते तो मारपीट की घटना सामने नहीं आती। मेरे बच्चे को सीनियर छात्र ने 50 बार डंडे से पीटा है। हम अधीक्षक के भरोसे बच्चे को छात्रावास में रखे हैं।अधीक्षक के छात्रावास में रहते 15 बच्चों से मारपीट हुई, यह बड़ी लापरवाही है। इस मारपीट की घटना की जांच होनी चाहिए। छत्रावास के एक सीनियर छात्र ने स्वीकार किया कि करीब 15 छात्रों को अलग-अलग बुलाकर डंडे से मारा है। किसी को 5 तो किसी को 10, वहीं किसी को 15 तो किसी को 2 बार डंडे से मारपीट की है। विदित हाे कि जिले के हॉस्टलों में लगातार लापरवाही सामने आ रही है। बीते दिनों कांकेर के एक छात्रावास में नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के मामला सामने आया था। अब छात्रों से मारपीट की घटना सामने आई है। इससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / केशव केदारनाथ शर्मा
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