डायरिया और मलेरिया से हुई मौतों पर हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर मांगा जवाब
बिलासपुर/रायपुर , 18 जुलाई (हि.स.)। हाईकोर्ट ने डायरिया और मलेरिया से प्रदेश में हो रही लगातार मौतों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए गुरुवार को जनहित याचिका मानकर सुनवाई की। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा के डिवीजन बेंच ने स्वास्थ्य संबंधी अव्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव से जवाब मांगा है।
उल्लेखनीय है कि जिले में 7 जुलाई से लेकर अब तक 501 मरीजों की डायरिया और मलेरिया की चपेट में आने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 29 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं जिले के अलग अलग उप स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों में 72 मरीजों का इलाज अभी भी जारी है। इस बीच 2 लोगों की मलेरिया और एक की डायरिया से मौत हो चुकी है। कोटा बेलगहना क्षेत्र के गांव टेंगनमाड़ा निवासी इमरान अली और इरफ़ान अली की तबियत पिछले कुछ दिनों से खराब थी। दोनों में मलेरिया के लक्षण थें। परिजन गांव के ही झोला छाप डॉक्टर से इनका उपचार करा रहे थे। इलाज के दौरान बुधवार को दोनों भाइयों की मौत हो गई।
ज्ञात हो कि टेंगनामड़ा के दो बच्चों की मलेरिया से मौत हो जाने, कांवड़ में मरीज को अस्पताल ले जाने और प्रदेश में कई अन्य स्थानों से मलेरिया से मौतों की खबर पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा / चन्द्र नारायण शुक्ल
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