लोक गायिका मैथिली ठाकुर को सुनने जुटी भीड़
धमतरी, 17 अक्टूबर (हि.स.)। राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी, राधा मेरी मिश्री तो श्याम है बिहारी, राधे राधे, शिव धनुष तोड़ा है शिव से नाता जोड़ा है, ठुमक ठुमक चलत राम जी बाजत पैजनियां, कृष्ण भजन में वृंदावन में रास रचाई, नटवर लागत नंदो भजो गोपनीय माखन मोहन, जैसे सुंदर भजन गाकर लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने देर रात शमा बांधे रखा।
शरद पूर्णिमा के अवसर पर कलीराम चंद्राकर पब्लिक स्कूल कुरुद के सामने स्थित अजय एजुकेशन एंड फाऊंडेशन परिसर के मैदान में 16 अक्टूबर शाम मैथिली ठाकुर की भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजन किया गया। भारत सरकार से पुरस्कृत हिंदी और भोजपुरी भाषाओं में गीत गाने के लिए मशहूर मैथिली ठाकुर की भजन संध्या की प्रस्तुति एवं उनके दो सगे भाइयों के द्वारा तबला वादन में ऋषभ ठाकुर और अयाची ठाकुर की जुगलबंदी में मैथिली ठाकुर ने राम भजन गाकर कार्यक्रम में उपस्थित सभी दर्शकों को राम मय कर दिया। उन्होंने एक के बाद एक सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में दर्शक मंत्र मुग्ध होकर भजन सुनते रहे। दर्शक दीर्घा दर्शकों से खचाखच भरी हुआ था। अजय फाउंडेशन प्रबंध कार्यकारिणी में मनीष अग्रवाल, अभिषेक बेस, इमरान बेग ,शिखर चंद्राकर, लक्ष्मीकांत साहू , शुभम बेस, पावस चंद्राकर, खेमराज सिंहा, अनुशासन आमदे, भारती पंचायन का योगदान सराहनीय रहा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भानू चंद्राकर, हरीश चंद्राकर, कुलेश्वर सिंहा ,कमलेश चंद्राकर, ए व्ही मारुति, प्रभात बेस सहित सभी कार्यकर्ता मौजूद थे। मंच संचालन प्रसन्न नायडू ने किया। मालूम हो कि मैथिली ठाकुर एक लोक गायिका हैं। उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है। साल 2011 में, मैथिली ठाकुर जी टीवी पर प्रसारित गायन प्रतियोगिता लिटिल चैंप्स में दिखाई दीं। इसके चार साल बाद, उन्होंने सोनी टीवी पर प्रसारित इंडियन आइडल जूनियर में भाग लिया। साल 2016 में, उन्होंने आई जीनियस यंग सिंगिंग स्टार प्रतियोगिता जीती। इसके बाद, उन्होंने अपना एल्बम या रब्बा लांच किया।
सनातन संस्कृति को पूरे विश्व में फैला रही मैथिली ठाकुर
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुरुद विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि मैथिली ठाकुर इतनी कम उम्र में भजन प्रस्तुति दे रही हैं। ऐसे बहुत ही कम मंच होंगे, जिसमें इतनी कम उम्र में इनकी उपस्थित न रही हो। भारतीय सनातन संस्कृति को पूरे विश्व में फैलाने वाली मैथिली ठाकुर का आगमन होने से कुरुदवासी गदगद हैं। संस्कार सबसे बड़ी चीज है। उन्होंने मैथिली ठाकुर के माता-पिता के संस्कारों को नमन करते हुए कहा कि ऐसे पालक धन्य हैं, जो अपने बच्चों के अंदर ऐसे संस्कार करते और बनते हैं जो अपने देश की सनातन संस्कृतियों और परंपराओं को दुनिया के सामने लाने में प्रमुख चेहरे बनते हैं। नगर पंचायत कुरुद के पूर्व अध्यक्ष ज्योति भानुचंद्राकर ने मंच से सभी दर्शकों को राम-राम शब्दों से संबोधित करते हुए कहा कि मैथिली जी हमारे बीच राम जी के सरप्राइज में आई है। भजन के माध्यम से हमें इतनी सुंदर शाम उन्होंने दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा
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