केन्द्र की अडानी परस्त नीति के विरोध में कांग्रेस ने किया राजभवन मार्च

WhatsApp Channel Join Now


प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, चंदन यादव राजभवन मार्च में शामिल हुये

रायपुर, 13 मार्च (हि.स.)। केन्द्र की अडानी परस्ती वाली नीति के विरोध में सोमवार को छग कांग्रेस प्रदर्शन और राजभवन मार्च किया। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अंबेडकर चौक पर धरने के बाद कांग्रेस ने राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौपा।

इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, एआईसीसी के सचिव एवं प्रदेश प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव, एआईसीसी के संयुक्त सचिव विजय जांगिड़ सहित प्रदेश के वरिष्ठ नेतागण विशेष रूप से उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के ब्लाॅक से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारी शामिल हुये।

प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि हिंडनबर्ग खुलासे के लंबा समय बीत जाने के बावजूद अब तक ना कोई एफआईआर, ना किसी भी तरह की जांच का आदेश? आखिर केंद्र सरकार मौन क्यों है? हिंडनबर्ग के रिपोर्ट में उजागर आर्थिक अनियमितता, मनी लांड्रिंग, ब्लैक मनी और विदेशों में फर्जी सेल कंपनियां बनाकर किए जा रहे हैं। फर्जीवाड़े पर भाजपा सरकार भी भागीदार है। अडानी से भाजपा को सपोर्ट मिलता है, चुनाव लड़ने के लिए पैसा मिलता है और इसीलिए अडानी को बचाने उसके फर्जीवाड़े पर केंद्र सरकार पर्दा डाल रही है।

मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि अडानी 609 नंबर पर थे और कुछ ही महीने बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े पैसे वाले व्यक्ति बन गए। लेकिन हिंडनबर्ग में कुछ ऐसा प्रकाशित हुआ जिसके बाद उनके शेयर धड़ाम से गिरे। लोकसभा, राज्यसभा में अडानी मसले पर सवाल के दौरान राहुल गांधी और खड़गे दोनों के भाषण को रिकॉर्ड से हटा दिया जाता है। इसकी जांच क्यों नहीं होती? केंद्र सरकार के अडानी-परस्ती वाली नीति के कारण ही अडानी समूह इतना बड़ा घोटाला करने में कामयाब रहा। जिसमें देश की सबसे विश्वसनीय वित्तीय संस्था एलआईसी और एसबीआई भी खतरे में पड़ गयी है। देशव्यापी मांग और संसद में विपक्षी दल द्वारा लगातार किये गये मांग के बावजूद केंद्र सरकार अडानी समूह की घपलेबाजी की जांच करवाने को तैयार नहीं है।

भूपेश ने कहा कि आखिर केन्द्र सरकार अडानी समूह के आर्थिक घपलेबाजी की जांच से घबरा क्यों रहे हैं? उन्हें जांच से किसका चेहरा बेनकाब होने का डर सता रहा है? देश की जनता को यह जानने का अधिकार है कि आखिर सरकारी बैंकों से अडानी को अनुपातहीन लोन किस के दबाव में दिया गया? षड्यंत्र उजागर होने के बाद भी एलआईसी का पैसा क्यों दबाव पूर्वक अडानी की कंपनी में लगवाया जा रहा है? एलआईसी और एसबीआई देश की जनता का भरोसा है, जिसे षड्यंत्र पूर्वक व्यक्तिगत लाभ के लिए अपने पूंजीपति मित्र पर लुटाया जा रहा है। लाखों करोड़ के मनी लांड्रिंग, ब्लैकमनी, विदेशों में फर्जी सेल कंपनी बनाकर अडानी की कंपनी में लगाने के तथ्य उजागर हुए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने इस दौरान कहा देश को बचाने की जवाबदारी हम सब के ऊपर है। देश में प्रजातंत्र को सही राह में रखने की जवाबदारी हमारी तरफ है और इसके लिए कांग्रेस आगे बढ़ रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आज पूरे देशभर में राजभवन घेराव का कार्यक्रम किया गया है। केंद्र सरकार अडानी ग्रुप को बचाने का काम कर रही है। हमारी मांग है ग्रुप की जांच हो। सभा को राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव, मंत्री टीएस सिंहदेव, पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, अमितेष शुक्ला, राजेंद्र तिवारी एवं जिलाध्यक्ष गणों ने भी संबोधित किया। सभा के बाद कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

Share this story