कलेक्टर ने किया आमदी धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण, पारदर्शिता और किसान हित सर्वोच्च प्राथमिकता

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कलेक्टर ने किया आमदी धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण, पारदर्शिता और किसान हित सर्वोच्च प्राथमिकता


धमतरी, 6 दिसंबर (हि.स.)। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा लगातार जिले के धान उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण कर खरीद व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। जिले के धान खरीद केंद्र सोरम, अछोटा, माकरदोना, सांकरा के बाद शनिवार को उन्होंने आमदी धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण कर संपूर्ण व्यवस्था का जायज़ा लिया। जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के अंतर्गत धान उपार्जन कार्य 15 नवंबर से सुचारू रूप से जारी है। पिछले माह जिले की प्रभारी सचिव शम्मी आबिदी ने कोड़ेबोड़, भाटागांव, बगौद, कुरूद, चर्रा, आमदी और संबलपुर सहित सात से अधिक धान खरीद केंद्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया तथा किसानों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं और सुझावों की जानकारी ली।

धान खरीद के शुरुआती दिनों में संभागायुक्त महादेव कांवरे ने भी धान खरीद केंद्रों एवं चेक पोस्टों का निरीक्षण किया था। नोडल अधिकारी भी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं तथा जहां भी किसानों को कोई समस्या आती है, उसका समाधान तत्काल किया जा रहा है। किसानों की सुविधा हेतु टोल फ्री नंबर भी उपलब्ध कराया गया है, जिस पर वे अपनी समस्या अथवा शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आमदी केंद्र के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर मिश्रा ने सभी व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया और किसानों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं एवं सुझावों को सुना। उन्होंने खरीद प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और किसान-हितैषी बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने बारदाना उपलब्धता, जल निकासी व्यवस्था, परिवहन, टोकन प्रणाली, इंटरनेट सुविधा, बायोमेट्रिक सत्यापन और ऑपरेटर की उपलब्धता सहित सभी महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने धान की तौल शासन के निर्धारित मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करने तथा आर्द्रतामापी यंत्र से नमी की जाँच में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न होने देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने किसानों के लिए पेयजल, छाया और बैठने की सुविधाओं को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि धान खरीद राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा किसानों को बिना किसी बाधा के सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराना हम सभी की जिम्मेदारी है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खरीद प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी रहे, टोकन वितरण से लेकर तौल प्रक्रिया तक शत-प्रतिशत शुचिता सुनिश्चित की जाए और किसी भी किसान को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसी के साथ जिले में धान उपार्जन कार्य 15 नवंबर से लगातार जारी है। इस वर्ष प्रशासन द्वारा उपार्जन केंद्रों में अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। ऑन-द-स्थान टोकन, पेयजल, छाया-पंडाल, बैठने की व्यवस्था, मिलिंग एवं परिवहन व्यवस्था तथा भुगतान प्रक्रिया को और तेज किया गया है, जिससे किसानों को उनकी उपज का मूल्य समयबद्ध रूप से प्राप्त हो रहा है। अवैध खरीदी, धान परिवहन में अनियमितता, कोचियों एवं बिचौलियों के विरुद्ध जिला प्रशासन द्वारा जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है। इसके लिए उड़नदस्ता टीम गठित की गई है तथा जिले की सीमाओं पर चेक पोस्ट सक्रिय किए गए हैं। किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। किसानों को बेहतर समर्थन मूल्य और समय पर भुगतान का सीधा लाभ मिल रहा है। किसानों ने बताया कि उपार्जन केंद्रों की व्यवस्था पूर्व की तुलना में अधिक सुचारू, पारदर्शी और तेज रही है। समितियों द्वारा ऑनलाइन टोकन तथा संदेश आधारित सूचना प्रणाली से किसानों को काफी राहत मिली है। गुणवत्ता परीक्षण में पारदर्शिता से विवादों में कमी आई है और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल रहा है। धमतरी जिले के सभी 11 बैंक शाखा क्षेत्रों—धमतरी, नगरी, मगरलोड, कुरुद, भखारा, मरौद, सबलपुर, नारी, कोरी, दरबा और करेली—के माध्यम से किसानों को भुगतान प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

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