कोल घोटाले का आरोप राजनीतिक षड़यंत्र : कांग्रेस

कोल घोटाले का आरोप राजनीतिक षड़यंत्र : कांग्रेस
WhatsApp Channel Join Now
कोल घोटाले का आरोप राजनीतिक षड़यंत्र : कांग्रेस


रायपुर, 4 मार्च (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार और कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के उद्देश्य से ईडी ने अनेक कार्रवाई की। ईडी ने कोल घोटाला में चिंतामणी महाराज को भी आरोपित बनाया था, लेकिन वे भाजपा में होकर पाक साफ हो गए।

उन्होंने कहा कि ईडी ने तथाकथित कोल घोटाला को लेकर तीन सालों तक जांच किया और जब कुछ हासिल नहीं कर पाई तो ईडी ने राज्य के एंटी करप्शन ब्यूरो को 11 जनवरी 2024 को पत्र लिखकर इस मामले में एफआईआर दर्ज करने को कहा। इस पत्र में ईडी ने इस तथाकथित कोल घोटाले को लेकर विस्तृत ब्योरा भी दिया तथा इसमें कुछ लोगों के नाम भी सौंपा, जिनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज किये जाने को कहा गया था।

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस पत्र में ईडी ने जिन लोगों के नाम सौपा, उनके सामने तथाकथित रूप से कितनी राशि प्राप्त हुई उसका उल्लेख भी किया है। इसी में 10वें क्रम पर ईडी ने तत्कालीन कांग्रेस के सामरी से विधायक चिंतामणी महराज के नाम का उल्लेख करते हुये पांच लाख रुपये लिये जाने का दावा किया है। ईडी ने उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने को लिखा है। ईडी के इस पत्र के आधार पर एसीबी ने जो एफआईआर 17 जनवरी 2024 को दर्ज किया है, उसमें चिंतामणी महाराज का नाम नहीं है।

चिंतामणी महाराज जो कांग्रेस के विधायक थे अब भाजपा में शामिल होकर भाजपा से सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार हैं। जैसे ही भाजपा के वाशिंग मशीन में डाले गये उनके सारे पाप धुल गये। कमल छाप का ताबीज पहनकर वे इमानदार हो गये। एक पत्र के आधार पर जब 35 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाता है तो फिर चिंतामणी महाराज का नाम एफआईआर से बाहर क्यों किया गया, इसीलिये कि वे भाजपा में शामिल हो गये हैं।ईडी और एसीबी की इस कार्रवाई से साफ हो रहा है कि यह तथाकथित कोल घोटाले का आरोप भाजपा का राजनैतिक षड़यंत्र है और भाजपा के इस राजनैतिक एजेंडे को ईडी के माध्यम से अमल किया गया। ईडी के माध्यम से विरोधियों को फंसाने का षड़यंत्र रचे गये। अपने सुविधा और राजनैतिक षड़यंत्रों के आधार पर लोगों को बदनाम करने नाम जोड़े गये, काटे गये। चिंतामणी महाराज प्रदेश की जनता को बतायें कि ईडी ने तथाकथित कोल घोटाले में पांच लाख लेने का जो गंभीर आरोप लगा वह आरोप सही या गलत है।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बताएं कि ईडी के पत्र में चिंतामणी महराज के खिलाफ एसीबी को एफआईआर करने को लिखा है फिर किसके दबाव में एसीबी ने महाराज महराज का नाम हटाया।

पत्रकार वार्ता में प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू, महेन्द्र छाबड़ा, सुरेंद्र शर्मा, धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेंद्र वर्मा, अजय साहू, नितिन भंसाली, प्रकाशमणी वैष्णव, सत्यप्रकाश सिंह, अजय गंगवानी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story