चित्रकोट व तीरथगढ़ जलप्रपात इन दिनाें पूरे शबाब पर, बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं पर्यटक
जगदलपुर, 18 जुलाई (हि.स.)। बस्तर में मानसून के मौसम में खासकर बस्तर के दो प्रमुख जलप्रपात के पर्यटन स्थल में पर्यटकाें की भीड़ उमड़ने लगी है। एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जल प्रपात और तीरथगढ़ जलप्रपात इन दिनाें पूरे शबाब पर है। बस्तर में पिछले दो दिनों से जमकर बारिश हो रही है, जिससे अब बरसाती नालों सहित इन्द्रावती व नारंगी नदी का भी जलस्तर बढ़ने लगा है।
इस मानसून में पहली बार इन्द्रावती व नारंगी नदी का जलस्तर बढ़ा है। हालांकि ओड़िशा में बारिश कम होने के कारण इन्द्रावती नदी का जलस्तर 4.30 मीटर तक ही पहुंच पाया है, लेकिन बस्तर में जगदलपुर से नीचे इन्द्रावती में नारंगी नदी सहित आधा दर्जन से अधिक बरसाती नालों का पानी समाहित होता है, जिससे चित्रकोट प्रपात पूरे शबाब पर है, और खूबसूरती को निहारने चित्रकोट की खूबसूरती निहारने उमड़ रही भीड़ बड़ी बड़ी संख्या संख्या में में लोग पहुंच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बरसात के मौसम में चित्रकोट प्रपात का नजारा काफी आकर्षक होता है, यही कारण है,कि लगातार बारिश होने के बाद पर्यटक चित्रकोट एवं तिरथगढ़ जलप्रपात पहुंच जाते हैं। इस बीच कई पर्यटक चेतावनी के बाद भी जान जोखिम में डाल रहे हैं। चित्रकोट जल प्रपात के किनारे तक जाकर लोग रेलिंग पर बैठ रहे हैं, और सेल्फी ले रहे हैं। जबकि वहां नहीं बैठने का चेतावनी बोर्ड भी लगा हुआ है। वहीं तीरथगढ़ को देखने पहुंच रहे लोग झरने के नीचे बैठकर नहा रहे हैं। ऐसे में अचानक जल स्तर बढ़ता है तो पर्यटकों के लिए जान का खतरा हो सकता है। बारिश में पहाड़ों से उतरने वाले पानी से जल स्तर अचानक बढ़ता है। जिस पर प्रबंधन काे नजर रखानी चाहिए, जिससे काेई अनहाेनी हाेने बाद की जाने वाली कार्यवाही निर्रथक हाेगी।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / चन्द्र नारायण शुक्ल
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