न्यायपालिका का मुख्य कार्य निष्पक्ष और शीघ्र न्याय प्रदान करना : मुख्य न्यायाधिपति रमेश सिन्हा
रायपुर, 1 फरवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी में बांग्लादेश के 50 न्यायिक अधिकारियों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज गुरुवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण के अंतिम दिवस में मुख्य न्यायाधिपति रमेश सिन्हा ने अकादमी पहुंचकर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
मुख्य न्यायाधिपति रमेश सिन्हा ने न्यायपालिका में न्यायालय प्रबंधन और तकनीक के उपयोग विषय पर सारगर्भित व्याख्यान देते हुए कहा कि न्यायपालिका का मुख्य कार्य निष्पक्ष और शीघ्र न्याय प्रदान करना है। उन्होंने अपने उद्बोधन में इस बात पर जोर दिया कि न्यायाधीशों को कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए ना केवल अच्छा प्रबंधक होना आवश्यक है बल्कि तकनीकी रूप से निपुण होना भी आवश्यक है। उन्होंने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कार्य और न्यायालय की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग प्रकिया से भी बांग्लादेश के न्यायिक अधिकारियों को अवगत कराया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न्यायाधीशों की व्यावसायिक क्षमताओं को मजबूत करने के उद्देश्य से बारीकी से तैयार किया गया था। इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रवक्ता के रूप में कानून के विभिन्न क्षेत्रों से विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया था, इस दौरान छत्तीसगढ़ उच्च न्यायायल के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. निर्मल शुक्ला, फौजिया मिर्जा ने बांग्लादेश से आये न्यायाधीशों के समक्ष व्याख्यान दिया। बांग्लादेश से आये न्यायाधीशों को अधिवक्ता अमृतो दास एवं नौशीना अली ने संबोधित किया था।
इसके अलावा बांग्लादेश के न्यायाधीशगण ने उच्च न्यायालय और जिला न्यायालय बिलासपुर का भ्रमण कर न्यायिक कार्य को देखा एवं समझा और तहसील बिल्हा के ऐतिहासिक स्थल ‘ताला’ का भ्रमण कर वे अभिभूत हुए।
हिन्दुस्थान समाचार/गायत्री प्रसाद
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