सांसद संतोष पांडेय के बयान पर आपत्ति जताते हुए भूपेश ने स्पीकर को लिखी चिट्ठी
महादेव ऐप को लेकर निराधार आरोप लगाने की शिकायत
रायपुर, 3 जुलाई (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश ने मंगलवार, दो जुलाई को राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे द्वारा संसद में महादेव ऐप पर दिए गए बयान पर आपत्ति जताई है और इस निराधार बयान की लोकसभा के अध्यक्ष से शिकायत की है। उन्होंने इस बयान के तथ्यहीन होने की शिकायत करते हुए इसे हटाने व इस पर कार्रवाई करने का अनुरोध भी किया है।
भूपेश ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में कहा कि संसद की परंपरा के अनुरूप ऐसे व्यक्ति पर तथ्यहीन आरोप नहीं लगाना चाहिए जो संसद में मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि चूंकि संसद सदस्य संतोष पांडेय ने उन पर निराधार आरोप लगाए हैं तो माननीय अध्यक्ष को सांसद से इसके तथ्य पेश करने के लिए भी कहना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर भाग लेते हुए संतोष पांडेय ने ऑनलाइन सट्टा ऐप ‘महादेव ऐप’ का ज़िक्र किया था। अपने भाषण में उन्होंने आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री छह हज़ार करोड़ के महादेव ऐप का संचालन कर रहे थे।
अपने पत्र में भूपेश ने अपने कार्यकाल में महादेव ऐप पर हुई कार्रवाई का विवरण भी दिया है। उन्होंने लिखा है, “सच तो यह है कि मेरे मुख्यमंत्री रहते हुए ही महादेव ऐप पर क़ानूनी कार्रवाई शुरु हुई। पूरे प्रदेश में 72 एफ़आईआर दर्ज किए गए, 150 से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया गया, सैकड़ों बैंक खाते सील हुए और मोबाइल फ़ोन आदि ज़ब्त किए गए।” पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा है, “महादेव ऐप चलाने वाले लोगों के खिलाफ लुक-आउट नोटिस हमारी सरकार ने जारी किया और हमने ही केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि महादेव ऐप के संचालकों को विदेश से गिरफ़्तार कर लाया जाए जिससे जांच आगे हो सके। ‘गूगल प्ले स्टोर’ से महादेव ऐप को हमारी सरकार की पहल पर हटाया गया।”
संसद की परंपराओं का हवाला देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा है कि संसद सदस्य संतोष पांडेय के निराधार आरोपों से उनकी राजनीतिक छवि को नुक़सान पहुंचाने की कोशिश की गई है। इससे उन्हें मानसिक संताप भी हुआ है।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल/केशव
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