अरौद डुबान में धान खरीद केंद्र खोलने की मांग, किसान पहुंचे कलेक्ट्रेट
धमतरी, 30 सितंबर (हि.स.)।समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए लंबे समय से 30 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे किसानों की भीड़ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची। गांव में इस साल से खरीद केंद्र खोलने की मांग जनदर्शन में कर ज्ञापन सौंपा है। मांगे पूरी नहीं होने पर किसानों ने धान खरीद का बहिष्कार कर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
धमतरी ब्लाक के डुबान क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अरौद डुबान के किसान 30 सितंबर को बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे। ज्ञापन सौंपकर किसान कार्तिकराम, शांतानु तारम, चंद्रहास, इतवारी राम,हरिशचंद्र दुग्गा, अनुज मंडावी, गोविंद राम, मिनेश जुर्री, वासुदेव मंडावी, रामदेव तेता, टिकेश सलाम आदि किसानों ने अपनी मांगों की जानकारी दी।ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से ग्राम पंचायत अरौद डुबान समेत क्षेत्र के ग्राम पटौद, हरफर, बरबांधा, सिलतरा, कलारबाहरा, पाहरियाकाेन्हा, पटेलगुड़ा, किशनपुरी, उरपुटी एवं कांदरी के किसान 30 से 35 किलोमीटर की दूरी तय कर जंगल मार्ग से समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए खरीदी केन्द्र मोंगरागहन जाते हैं।खरीद केन्द्र तक धान ले जाने के लिए प्रति ट्रेक्टर किसानों को पांच हजार रुपये खर्च करना पड़ता है, ऐसे में उन्हें परिवहन महंगा पड़ रहा है।
समर्थन मूल्य पर धान खरीद शुरू होने के समय इस पहाड़ी व जंगल मार्ग में हाथियों और तेंदुए का खतरा किसानों को आने-जाने के समय बना रहता है। कई बार क्षेत्र के किसान धान बेचकर लौटते समय देर शाम तेंदुए व भालू देख चुके हैं। वहीं जंगल मार्ग काफी खराब है। आने-जाने में दिक्कतें होती है इसलिए पीड़ित किसानों ने शासन-प्रशासन से गुहार लगाकर ग्राम पंचायत अरौद डुबान में इस साल से खरीद केन्द्र खोलने की मांग की है, ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो। यहां खरीद केन्द्र खुलते हैं, तो 12 गांवों के किसानों को एक साथ फायदा मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा
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