शिकायत की जांच किए बगैर बर्खास्त करने का आरोप
धमतरी, 17 अगस्त (हि.स.)। पीपरछेड़ी के सरपंच रहे संतोष हिरवानी ने आज शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ किए शिकायत की जांच किए बगैर ही उन्हें बर्खास्त किया गया है। जबकि उनके खिलाफ लगाए सभी आरोप गलत है। इसे राजनीतिक षडयंत्र भी बताया। उन्होंने शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। न्याय नहीं मिलने पर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की जानकारी दी है।
पीपरछेड़ी के सरपंच रहे संतोष हिरवानी, उपसरपंच थानसिंह, पंच दुलारू राम साहू, भेष कुमार साहू, होमन लाल, अंबिका साहू, गायत्री साहू, विशाखा बाई साहू, रूपेश्वरी साहू, भुनेश्वरी महार, गोवर्धन देशमुख व देवंतीन साहू आदि 17 अगस्त को प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए। पत्रकारों को जानकारी देते हुए संतोष हिरवानी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके खिलाफ सरकारी जमीन अतिक्रमण, मुरूम खदान संचालन समेत कई झूठा आरोप एक निजी व्यक्ति विशेष द्वारा द्वेषपूर्ण लगाया गया है, जो पूरी तरह से गलत है। जनपद पंचायत धमतरी के जांचकर्ता अधिकारी ने स्वयं उन्हें बताया कि वे किसी तरह इस शिकायत की जांच नहीं की है। ऐसे में संतोष हिरवानी ने आरोप लगाया है कि उसके खिलाफ किए शिकायत की बिना जांच किए ही उस पर बर्खास्तगी की कार्रवाई कर रही है। जबकि वे पिछले 10 सालों से गांव में सरपंच रहकर जनहित में कार्य करते आ रहे हैं। स्कूल के जमीन पर वर्तमान में गांव के किसानों द्वारा धान बोया जा रहा है। इस कार्रवाई को राजनीतिक दबाव भी बताया है। उन्होंने कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। फिलहाल फैसले के खिलाफ कलेक्टर न्यायालय में अपील की है। उपस्थित सभी पंचों ने कहा कि संतोष हिरवानी पर लगाए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। उन्हें न्याय नहीं मिला तो उपस्थित सभी 11 पंचों ने सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी शासन-प्रशासन को दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / चन्द्र नारायण शुक्ल
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।