बस्तर में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने के लिए अतिरिक्त फोर्स मंगवाई गई है : सुंदरराज पी.
जगदलपुर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बस्तर की 12 विधानसभा सीटों पर 07 नवंबर को मतदान होंगे। बस्तर संभाग नक्सल प्रभावित माना जाता है, ऐसे में यहां चुनाव संपन्न करवाना निर्वाचन आयोग के लिए चुनौती भरा होता है। वहीं बीते दिनों नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी सहित सुकमा जिले में नक्सलियों ने चुनाव का बहिष्कार करने संबंधी बैनर-पोस्टर फेंके थे।
कांकेर जिले में भी नक्सलियों के चुनाव के विरोध वाले बैनर-पर्चे मिल चुके हैं। इसके साथ ही बीजापुर जिले में 08 लाख के इनामी नक्सली नागेश के एवं कांकेर जिले में मुठभेड़ में दो नक्सली के मारे जाने के बाद सुरक्षा बलों को विशेष सतर्कता के साथ ही बस्तर संभाग में अतिरिक्त फोर्स मंगवाई गई है, जवानों के सुरक्षा घेरे में विधानसभा चुनाव संपन्न करवाए जाएंगे।
बस्तर संभाग के सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर व कांकेर एवं कोंड़ागांव जिला नक्सल संवेदनशील होने से तथा नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के बाद सुरक्षा बल के जवानों को विशोष सतर्कता के साथ विधानसभा चुनाव संपन्न करवाने के लिए जिला पुलिस के साथ ही डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया है। हालांकि सीआरपीएफ व आईटीबीपी के जवानों के कैंप बस्तर में पहले से ही स्थापित हैं और जिला पुलिस के साथ डीआरजी-एसटीएफ लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन बीएसएफ को चुनाव के लिए बस्तर में तैनात किया गया है। जिन क्षेत्रों में नक्सलियों का वर्चस्व माना जाता है, वहां नक्सल उन्मूलन अभियान चलाने के साथ ही अधिक संख्या में जवानों को तैनात किया गया है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने पूरी रणनीति तैयार है। बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में लगातार ऑपरेशन जारी हैं। वहीं बस्तर पुलिस के पास पहले से ही स्पेशल फोर्स है, वहीं चुनाव के लिए बाहर से भी फोर्स मंगवाई गई है। चुनाव पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न किए जाएंगे। इसके लिए पुलिस विशेष कार्ययोजना के साथ काम कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे

