जगदलपुर : बस्तर जिले के 18 हजार किसान धान बेचने से वंचित, तीन दिन बचे शेष
जगदलपुर, 25 जनवरी (हि.स.)। राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर 31 जनवरी तक धान की खरीद की जा रही है। इस साल बस्तर जिले में 24 लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया है, अभी तक 22 लाख 936 हजार टन धान की खरीद कर ली गई है। गणतंत्र दिवस, शनिवार और रविवार को अवकाश के कारण धान खरीद बंद रहेगी। ऐसे में अब मात्र तीन दिन शेष बच गया है और लक्ष्य से अभी भी लगभग दो लाख क्विंटल दूर है। समर्थन मूल्य और खरीद की सीमा बढ़ने, असमय वर्षा, विधानसभा चुनाव, तीज-त्योहार समेत कई कारणों से बस्तर जिले के 18 हजार 610 किसान धान बेचने से वंचित रह गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर धान खरीद की जा रही है। इस वर्ष 24 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वर्ष बस्तर जिले में 35 हजार 460 किसानों ने 19 लाख 97 हजार 140 टन धान बेचा था, इस साल अब तक 36 हजार 343 किसानों ने 22 लाख 936 टन धान बेच दिया है। गत वर्ष की तुलना में एक लाख 77 टन धान की अधिक खरीद हुई है। बस्तर जिले के 79 धान खरीद केन्द्रों में से 70 खरीद केंन्द्रों में धान बफर लिमिट से दो से तीन गुना अधिक उपार्जन कर लिया गया है।
जिले में एक लाख 39 हजार 15 टन धान का उपार्जन किया गया है, जिसमें से पंजीकृत मिलर्स द्वारा 80936 टन धान का उठाव किया गया है। केंन्द्रों में 14 लाख टन से अधिक धान जाम है। बस्तर जिले में पिछले 2-3 दिनों से मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। बादल छाए रहने से बारिश की सम्भावना बनी हुई है। खुले आसमान के नीचे लाखों क्विंटल धान पड़ा है, ऐसे में खरीद केंद्र प्रभारियों की चिंता बढ़ गई है। बारिश होने पर उपार्जन केंन्द्रों में रखे धान को भारी नुकसान की आशंका है।
हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे
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