होम वोटिंग : 102 वर्षीय दुर्गा बाई पांडेय और झूलनबाई यादव ने किया मतदान
कोरबा/जांजगीर-चांपा 01 मई (हि.स.)। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा प्रारम्भ करने के फलस्वरूप शारीरिक रूप से असमर्थ एवं वयोवृद्ध, निःशक्त मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र के निर्माण में अपनी सहभागिता निभा रहे है। निर्वाचन आयोग के इस अभिनव पहल से जिले के अत्यंत दिव्यांगता और अधिक उम्रदराज से लोकतंत्र में हिस्सा बनने से वंचित न हो, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई है। जिले के 85 वर्ष से अधिक की आयु के दुर्गा बाई पांडेय, दृष्टिबाधित दिव्यांग झूलन बाई जैसे मतदातओं, बुजुर्ग और दिव्यांगजनों ने होम वोटिंग कर लोकतंत्र में अपनी उपयोगिता साबित की है। मतदान अधिकारियों ने आज बुधवार को बुजुर्ग और दिव्यांगज मतदातओं के घर-घर जाकर मतदान कराया।
आज जिले के सारागांव की 102 वर्षीय दुर्गा बाई पांडेय ने होम वोटिंग के माध्यम से अपना मताधिकार का उपयोग किया। उन्होंने बताया कि पहले वे स्वयं मतदान बूथ में जाकर वोट दे देती थी। लेकिन उम्र की अधिकता और बीमारी होने के कारण कहीं आ-जा नहीं पा रहीं है। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन अयोग की यह सुविधा बहुत लाभकारी है। बिना परेशानी के वे घर पर ही वोट दे रहे हैं। जिससे वे लोकतंत्र में अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभा रहे हैं।
इसी प्रकार चांपा निवासी दृष्टिबाधित दिव्यांग झूलनबाई यादव ने होम वोटिंग के माध्यम से मतदान किया गया। उन्होंने कहा कि मुझे बूथ में जाकर मतदान करने में बहुत परेशानी होती थी। निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा चालू करने से अब मुझे अपने मताधिकार का प्रयोग करने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। इस सुविधा के लिए उन्होंने निर्वाचन आयोग को धन्यवाद दिया और सभी मतदाताओं से अपील कर कहा है कि मतदान करके देश लोकतंत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करे।
जांजगीर निवासी कौशल मिश्रा ने कहा कि मै शत प्रतिशत दिव्यांग होने के कारण मतदान केन्द्र में जाने में असमर्थ हूं। निर्वाचन आयोग ने बहुत ही अच्छी पहल की है, कि हमे घर बैठे मतदान करने की सुविधा दी है। मै उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं। सुभद्रा देवी श्रीवास्तव ने कहा कि वह बुजुर्गवस्था के कारण मुझे आने जाने में असमर्थ हूं। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा बीएलओ के माध्यम से घर पर ही आवेदन देने का आवेदन प्रस्तुत किया था और जिला प्रशासन की टीम द्वारा होम वोटिंग के माध्यम से घर पर ही आकर मतदान कराया यह बहुत ही अच्छी सुविधा है।
दिव्यांग नेहरू अघरिया ने बताया कि शत प्रतिशत दिव्यांग और कुष्टरोग से भी ग्रसित है जिसके कारण उन्हे कहीं भी आने जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। निर्वाचन आयोग ने बड़ी अच्छी पहल करते हुए हम जैसे असमर्थ लोगो के लिए होम वोटिंग की सुविधा शुरू की है। जिसके माध्यम से हम घर पर ही सुविधाजनक रूप से घर पर ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर पा रहें है। इसके लिए निर्वाचन आयोग एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही अदिति राठौर, कामेश्वर लाल सिंघानिया, रामअवतार गोयल, पामगढ़ के ग्राम बिलारी मे दिव्यांग अशोक कुमार, 91 वर्षीय जामवती देवी और चमेली कसेर ने निर्वाचन आयोग के होम वोटिंग की सुविधा मिलने पर उन्हे बहुत अच्छा लगा है और वे इस सुविधा से खुश हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ हरीश तिवारी
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