सरकार के कॉलेज शिक्षक विरोधी कदम का करेंगे डटकर विरोध: प्रो अंजनी
कॉलेज शिक्षक संघ सरकार ने 5 घंटे काम कर दूसरे कॉलेजों में पढाने के परिपत्र का किया विरोध, होगा आंदोलन
नवादा ,28 नवम्बर(हि. स.)। नवादा जिले के प्रसिद्ध त्रिवेणी सत्यभामा कॉलेज हिसुआ में कॉलेज शिक्षक संघ के सचिव डॉक्टर अंजनी कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को प्राध्यापकों ने बैठक का आयोजन कर राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा 21 नवंबर को जारी प्रपत्र , जिसमें 5 घंटे तक अपने कॉलेज में काम करने तथा जिस कॉलेज में शिक्षक नहीं है वहां जाकर क्लास लेने जैसे निर्णय को यूजीसी के मानदंडों के विरोधी तथा गैरकानूनी बताते हुए इसके विरोध में चरणबद्ध आंदोलन करने की चेतावनी दी है ।
कॉलेज शिक्षकों को संबोधित करते हुए डॉक्टर अंजनी कुमार ने कहा कि फुटाब अपने 30 नवंबर तक इस गैर कानूनी पत्र को वापस लेने का सरकार को अल्टीमीटर दिया है ।जिस पर हम शिक्षक गण कायम है ।उन्होंने मगध विश्वविद्यालय के साथ ही राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के प्राचार्य व शिक्षकों तथा कुलपतियों को सरकार के इस पत्र का विरोध करने में सहभागी बनने का आह्वान करते हुए इसके लिए करो या मरो के तर्ज पर आंदोलन चलाने की भी बात कही है।
प्रोफेसर अंजनी ने सरकार के अधिकारी द्वारा जारी इस परिपत्र को यूजीसी के संशोधित अधिनियम 2005 तथा 2018 के विरुद्ध बताते हुए इसके विरुद्ध जमकर संघर्ष की भी चेतावनी थी ।उन्होंने कहा कि सरकार की परिपत्र से उच्च शिक्षा की स्वायत्तता पर एक बड़ा सवाल खड़ा किया गया है। जिसे कॉलेज शिक्षक किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे ।उन्होंने कहा कि चट्टानी एकता के साथ कॉलेज शिक्षक सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं ,अगर वह अपना परिपत्र वापस नहीं लेती है ।
उन्होंने इस परिपत्र को सरकार के शिक्षा विरोधी कदम बताते हुए कठोर शब्दों में निंदा भी की। इस अवसर पर प्रोफेसर सुनील कुमार , डॉ देवेंद्र प्रसाद सिंह, प्रोफेसर मिथिलेश पासवान ,प्रोफेसर सुंदर शर्मा ,डॉक्टर उमेश प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे। सभी प्राध्यापकों ने हाथ उठाकर इस प्रस्ताव के लिए जान देकर भी संघर्ष करने का संकल्प लिया है। उन्होंने अन्य कॉलेज के शिक्षकों को भी बैठक कर सरकार द्वारा जारी परिपत्र का विरोध करने का आह्वान करते हुए सड़क पर उतरने की बात कही है।
हिन्दुस्थान समाचार /डॉ सुमन/चंदा
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।