मजदूर-किसान संघर्ष यात्रा सम्पन्न, 26 नवम्बर से पटना में तीन दिवसीय महापड़ाव
भागलपुर, 24 नवम्बर (हि.स.)। संविधान बचाओ – लोकतंत्र बचाओ के आह्वान के 21 नवम्बर से जारी, भाकपा-माले का राज्यव्यापी मजदूर-किसान संघर्ष यात्रा शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। इस चार दिवसीय मजदूर-किसान संघर्ष यात्रा के दौरान भाकपा-माले, ऐक्टू और एआईकेएम से जुड़े भागलपुर शहर के कार्यकर्ताओं ने शहरी इलाके के मोहनपुर, साहेबगंज, नसरतखानी, भीखनपुर, इशाकचक, लोदीपुर, सच्चिदानंदनगर, हवाईअड्डा, बरारी, मायागंज, सुरखीकल, मारुफचक, गौराचक्की, हबीबपुर, शाहजंगी आदि मोहल्लों में यात्रा की और करीब 1850 घरों में सीधा सम्पर्क कर सम्बन्धित पर्चा साझा करते हुए यात्रा का संदेश दिया। इसके साथ ही नाथनगर और शाकुण्ड प्रखंड के सिमरिया, कजरैली, हाजीपुर, कमलपुर आदि का भी दौरा किया गया।
यात्रा का नेतृत्व भाकपा-माले के नगर प्रभारी और ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने की। भाकपा-माले के नगर सचिव विष्णु कुमार मंडल, ऐक्टू के राजेश कुमार दास, एआईकेएम के दिनेश कापरी, लूटन तांती, मो. सुदीन, मो. रुस्तम, प्रकाश यादव, प्रमोद सिंह, मो. मुमताज, धनेश्वर सिंह व सूरज पंडित ने यात्रा का संचालन किया। यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं ने मजदूर विरोधी लेबर कोड कानून रद्द करने, सामाजिक सुरक्षा को खत्म करने की साजिश रोकने, सी2 50% फार्मूला के आधार पर एमएसपी की गारंटी करने, महंगाई पर रोक लगाने, निजीकरण – छटनी बंद करने, आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा रोकने आदि के सवाल पर जनान्दोलन का विस्तार कर इसे हर स्तर पर मजबूत करने और 26, 27 व 28 नवम्बर को पटना के तीन दिवसीय मजदूर-किसान महापड़ाव में शामिल होने का आह्वान किया।
मौके पर मुकेश मुक्त ने कहा कि फासीवादी मोदी सरकार का पूरा शासनकाल मजदूर-किसानों सहित आम नागरिकों और देश के लिए विनाशकारी साबित हुआ है। इसे सत्ता से बेदखल किए बगैर न तो लोकतंत्र बचेगा, न संविधान और न ही आम लोगों - मेहनतकश नागरिकों के अधिकार।
हिन्दुस्थान समाचार/बिजय
/चंदा
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