बाढ़ पीड़ितों के साथ गंगा मुक्ति आंदोलन ने की बैठक
भागलपुर, 1 सितंबर (हि.स.)। जिले के दिलदारपुर के बाढ़ पीड़ितों के साथ उदय की अध्यक्षता में गंगा मुक्ति आंदोलन की बैठक विश्वविद्यालय बाल निकेतन स्कूल में हुई। बैठक का संचालन गौतम कुमार ने किया। बैठक में बाढ़ पीड़ित परिवार के लोगों ने कहा कि 50 - 60 वर्षों से बाढ़ के समय हम लोग 2 माह के टिल्लाह कोठी के आसपास रहते थे। बाढ़ खत्म होने पर पुनः अपने बस्ती में चले जाते थे लेकिन इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने टिल्लाह कोठी में रहने से मना कर दिया। इधर-उधर रहकर अपने और अपने जानवरों के जान की रक्षा कर रहे हैं।
ज़िला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराया गया है। हम भूखे सो सकते है मगर इन जानवरों का क्या करं ? बैठक के माध्यम से बाढ़ पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से मांग की है कि टिल्लाह कोठी में बाढ़ पीड़ितों को रहने दिया जाए। विश्वविद्यालय बाल निकेतन और टिल्लाह कोठी में बिजली, पानी, भोजन और पन्नी सभी के लिए उपलब्ध कराया जाए। मवेशियों को खिलाने के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा उपलब्ध कराया जाय और गर्ववति महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य कैम्प की व्यवस्था किया जाए।
उन्होंने के कहा यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो जान-माल सहित हम सभी ज़िला अधिकारी और नाथनगर सीओ और बीडीओ का घेराव करेंगे। बैठक में बासुदेव महतो, उदय, ललन, मनोज, इकराम हुसैन शाद, रेखा कुमारी, देवज्योति मुखर्जी, मंजर आलम, आजाद सोहेल, आशीष राज, गंगदयाल महतो, सागर महतो, चंदन महतो, शिवम कुमार सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता और बाढ़ पीड़ित परिवार के लोग उपस्थित हुए।
हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर
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