टीएमबीयू के कुलपति बने राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन समिति के सदस्य
भागलपुर, 29 दिसंबर (हि.स.)। बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद (बीएसएचईसी) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) -2020 के क्रियान्वयन के लिए समिति का गठन किया है। बीएसएचईसी की बैठक के निर्णय के आलोक में गठित राष्ट्रीय शिक्षा नीति कार्यान्वयन समिति के सदस्य के रूप में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के कुलपति प्रो. जवाहर लाल को भी शामिल किया गया है।
डिप्टी सेक्रेटरी (प्रशासन) द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक एनईपी कार्यान्वयन समिति में तेरह शिक्षाविदों को शामिल किया गया है। बीएसएचईसी पटना के उपाध्यक्ष डॉ कामेश्वर झा को कार्यान्वयन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल सहित ग्यारह सदस्य बनाए गए हैं। वहीं बीएसएचइस के एकेडिमक एडवाइजर प्रो. एन के अग्रवाल समिति के कन्वेनर बनाए गए।
कमिटी का काम बिहार के विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) - 2020 का अक्षरक्ष: क्रियान्वयन करने हेतु पहल करना है। साथ ही कमिटी बिहार के विश्वविद्यालयों में एनईपी- 2020 की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना, सुचारू क्रियान्वयन के लिए उपाय सुझाना और रोडमैप तैयार करना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए कार्य योजना तैयार करने में बीएसएचईसी को इनपुट प्रदान करना, एनईपी की दूरगामी दृष्टि को विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ गहन परामर्श करने में बीएसएचइसी की सहयता करना आदि होगा।
पीआरओ डा दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि टीएमबीयू के कुलपति को राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन समिति का सदस्य बनाए जाने पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों और शिक्षकों ने बधाई दी है। गौरतलब हो की टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल खुद विश्वविद्यालय के कई पीजी विभागों और महाविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के लक्ष्य, उद्देश्यों और महत्वों को लेकर व्याख्यान देते रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/चंदा
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