अधिवक्ताओं की सजगता से सदा जीवन्त बनी रहेगी भारतीय प्रजातंत्र:मनन कुमार मिश्रा
जीवंत प्रजातंत्र बनाए रख भारत के नव निर्माण में अधिवक्ताओं की भूमिका पर सेमिनार
नवादा, 5 नवम्बर(हि. स.)। नवादा विधि महाविद्यालय नवादा में रविवार को प्राचार्य डॉक्टर डीएन मिश्रा की अध्यक्षता में जीवंत प्रजातंत्र बनाए रख भारत के निर्माण में अधिवक्ताओं की भूमिका पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन बार काउंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ,बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा ,बार काउंसिल के सदस्य प्रेम कुमार झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर की।
बार काउंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने सेमिनार में उपस्थित विधि छात्रों ,अधिवक्ताओं तथा बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं की सजगता से भारतीय प्रजातंत्र सदा जीवंत बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि भारत को गुलामी से मुक्त करने में 90% अकेले अधिवक्ताओं की भूमिका रही है ।उन्होंने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन में शामिल 90% देश के विभिन्न न्यायालयों में काम करने वाले अधिवक्ता ही थे। जिन्होंने आत्म विश्वास के बल पर अंग्रेजों को भगाने में कामयाबी हासिल की।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल से लेकर सभी राज्यों के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में अधिवक्ताओं की भरमार थी ।लेकिन दुर्भाग्य कहा जाए कि अब अधिवक्ताओं को जगह नहीं मिल रही है ।उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अधिवक्ता अपने नैतिक धर्म का पालन करते हुए अधिवक्ता की भूमिका में रहे ।आपकी छवि तब गिर जाती है जब कालाकोट पहनकर आप दलालों की भूमिका में खड़े रहते हैं ।उन्होंने कहा कि जो बेहतर कानून की जानकार बन सदा समाज की सेवा करते रहेगा, उसकी बेहतर जीवन बनाए रखने में किसी प्रकार की कमी नहीं हो सकती है ।उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं का जीवन संघर्षपूर्ण है। बावजूद इससे सम्मानित दूसरा कोई नहीं हो सकता ।सही मायने में जो कानून की जानकार बनकर अधिवक्ता के सही चरित्र को अपना लेते हैं ।उनके सामने किसी की हैसियत सही तरीके से खड़े होने की नहीं होती है।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बार एसोसिएशन का चुनाव होने वाला है ।जिसमें बेहतर चरित्र वाले अधिवक्ताओं को ही अपना प्रतिनिधि चुने ।अधिवक्ता के नाम पर दलाली कर जीवन चलाने वालों को किसी भी कीमत पर अपना वोट देकर प्रतिनिधी नहीं बनाएं ।नहीं तो सदा अधिवक्ताओं की चरित्र हनन होती रहेगी ।
बिहार बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा ने कहा कि अधिवक्ता कानून की जानकारी हासिल कर समाज के हर वर्ग के लोगों को न्याय दिलाने के लिए सादा तत्पर रहते हैं ।उनकी सेवा सदा दुखों से मुक्त करने की होती है ।जो ईमानदारी से धर्म का पालन करेगा ।जीवन में धन के साथ उसके सम्मान में किसी प्रकार की कमी नहीं हो सकती है। पटना हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम कुमार झा ने नवादा विधि महाविद्यालय के प्राचार्य तथा मगध विश्वविद्यालय के डीन डॉक्टर डी एन मिश्रा के भागीरथी प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कड़ी मेहनत से ही नवादा जैसे छोटे जगह में इतना बेहतर विधि महाविद्यालय स्थापित की गई है ।उनके कार्यों की जितनी प्रशंसा की जाए ,कम होगी।
हिंन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन/चंदा
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।