मैथिली में संविधान बनने से आम जनमानस को मैथिली कर्तव्य का बोध होगा सरल : कुलपति
सहरसा,21 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय अनुवाद मिशन भारतीय भाषा संस्थान मैसूर एवं ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज सहरसा के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय संविधान के मैथिली अनुवाद पूर्वनिरीक्षण निमित दस दिवसीय कार्यशाला का बुधवार को समारोह पूर्वक समापन किया गया।समापन समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि भुपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डाॅ बिमलेन्दू शेखर झा ने किया।समापन समारोह के सभी आगत अतिथियों को मिथिला की संस्कृति के अनुरूप पारम्परिक अंग वस्त्र, पाग एवं पुष्प गुछ भेट कर महाविद्यालय परिवार की ओर से समानित किया गया।
कुलपति ने अपने संबोधन में भारतीय भाषा मिशन संस्थान मैसूर एवं ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक कार्य हेतु हमे आमंत्रण दिया। इसके लिए धन्यवाद। मैथिली में संविधान बनने से आम जनमानस को मौलिक कर्तव्य का बोध सरलहो जाएगा। उन्होंने कहा कि जब भारतीय संविधान हमारी मातृ भाषा मैथिली में हम लोगों के बीच होगा तब आम मिथिला भाषी खास करके वैसी महिलाए जिन्हें अपने कर्तव्य एवं अधिकार का बोध कम है वे सरलता पूर्वक संविधान को समझ पायेंगे।
उन्होंने कहा कि हम सभी को सार्वजनिक स्थलों पर मैथिली मैं बात चीत करनी चाहिए जो कि गर्व का विषय है ना कि अपमान का। कुलपति ने कहा ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज व भारतीय भाषा संस्थान द्वारा भविष्य में यदि इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन का प्रस्ताव दिया जाता है तो उसे विश्वविद्यालय स्तर पर हर संभव मदद की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा
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